संगीत एवं नृत्य की वर्कशॉप्स में बच्चों को मिली लय, ताल और बंदिशों की जानकारी

www.khaskhabar.com | Published : शुक्रवार, 24 मई 2019, 4:45 PM (IST)

जयपुर। जवाहर कला केन्द्र (जेकेके) द्वारा आयोजित ‘जूनियर समर प्रोग्राम‘ में संगीत और नृत्य वर्कशॉप्स में बच्चों को लय, ताल एवं बंदिशों की बुनियादी जानकारी दी जा रही है। इन वर्कशॉप्स में बच्चे बड़ी दिलचस्पी से अपने गुरूजनों से राजस्थानी लोक वाद्ययंत्र खड़ताल, लोक नृत्य, शास्त्रीय नृत्य कथक, तबले से जुडे़ सिद्धांतों को ना केवल समझ रहे हैं बल्कि प्रतिदिन रियाज भी कर रहें है।

लोक नृत्य वर्कशॉप में नृत्य गुरू, राजेन्द्र राव द्वारा बच्चों को राजस्थान, हरियाणा और गुजरात के लोक नृत्य सिखाएं जा रहे हैं। राव के अनुसार बच्चों को वर्कशॉप के दौरान राजस्थानी लोक नृत्य ‘तेरह ताली‘ के अतिरिक्त ‘ओ म्हारी छनन्न पचेली‘ गीत पर हरियाणवी लोक नृत्य और ‘ओ नटवर नानु रे‘ पर गुजराती डांडिया का अभ्यास करवाया जा रहा है।

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उन्होंने आगे बताया कि शास्त्रीय नृत्य की भांति लोक नृत्य पर किसी प्रकार की बंदिशें नहीं होती। इन नृत्यों में एक्सप्रेशन पर अधिक जोर दिया जाता है। सभी बच्चे ताल कहरवा पर अभ्यास कर रहें हैं। इस वर्कशॉप के संगत कलाकारों में गायन पर चित्रलेखा शर्मा, हारमोनियम पर राजेन्द्र जड़ेजा, ढ़ोलक पर गोपाल सिंह खींची और तबले पर भानु राव शामिल है।
खड़ताल की वर्कशॉप में कुटले खान मांगणियार एवं भरत शर्मा द्वारा बच्चों को राजस्थान के लोक वाद्ययंत्र खड़ताल को पकड़ने और विभिन्न प्रकार की लयबद्ध ध्वनि उत्पन्न करने की तकनीकें सिखाई जा रही है। उनके साथ तबले पर फारूख खान संगत दे रहे हैं।

इसी प्रकार तबला वादन की वर्कशॉप में डॉ अंकित पारीक द्वारा बच्चों को तीन ताल में ठाह, दुगुन, चौगुन तथा दमदार तिहाई की जानकारी दी गई है। उन्होंने बच्चों को तीन ताल के संदर्भ में दिल्ली घराने एवं लग्गीनुमा कायदे को भी विस्तार से समझाया है। डॉ पारीक के साथ सारंगी पर अमीरूद्दीन खां संगत कर रहे हैं।

बच्चे उत्तर भारत के शास्त्रीय नृत्य कथक का प्रशिक्षण, तरुणा जांगिड़ पारीक से प्राप्त कर रहें है। उन्होंने बच्चों को कथक नृत्य के जयपुर घराने की बुनियादी बंदिशों से अवगत कराया है, जिसमें रंगमंच प्रणाम, आमद एवं तोड़े प्रमुख है। जांगिड़ के साथ गायन में रमेश मेवाल एवं तबले पर दिनेश खींची संगत कर रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि जेकेके में 15 मई से आरम्भ ‘जूनियर समर प्रोग्राम‘ के तहत म्यूजिक एवं डॉस केटेगरी में आयोजित अन्य वर्कशॉप्स में प्रतिभागी बच्चों को पं. चन्द्र प्रकाश तंवर द्वारा गायन, प्रदीप चतुर्वेदी द्वारा पियानो, राम पुरंजय शर्मा द्वारा ड्रम, कामाक्षी सक्सेना द्वारा कंटेम्पररी डांस का अभ्यास करवाया जा रहा है।