जयपुर। देश में गर्मी और मानसून के दौरान आपात स्थितियों से निपटने के लिए राज्य सरकारों द्वारा उठाए जा रहे कदमों की केन्द्रीय केबिनेट सचिव प्रदीप कुमार सिन्हा ने मंगलवार को समीक्षा की। सूखा प्रभावित 13 राज्यों के मुख्य सचिवों के साथ विडियो काॅन्फ्रेंसिंग के जरिये केबिनेट सचिव ने इन राज्यों में जल स्रोतों की वर्तमान स्थिति के बारे में जानकारी ली।
सिन्हा ने इन राज्यों में गर्मी के मौसम के दौरान पेयजल आपूर्ति, मवेशियों के लिए चारे तथा पानी की व्यवस्था एवं किसी भी प्रकार की आपात स्थिति से बचने के लिए अपनाए गए लघु तथा दीर्घकालिक उपायों के बारे जानकारी ली।
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बैठक में मुख्य सचिव डीबी गुप्ता ने कहा कि राज्य में गर्मी के
मौसम में आने वाली पेयजल की किल्लत से निपटने के लिए सभी संभव प्रयास किये
जा रहे हैं तथा स्थिति की लगातार समीक्षा की जा रही है। उन्होंने कहा कि
पेयजल किल्लत वाले स्थानों पर टेंकरों के जरिये आपूर्ति की जा रही है तथा
जिलों में जरूरत होने पर चारा डिपो बनाने के लिए कलेक्टरों को कहा गया है।
मुख्य
सचिव ने बताया कि जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग को गर्मियों में पेयजल
की सुचारू आपूर्ति के लिए पर्याप्त फंड उपलब्ध कराए गए हैं तथा किसी भी
आपात स्थिति से निपटने के लिए एनडीआरएफ के साथ लगातार सम्पर्क किया जा रहा
है।