आपने
अलग-अलग बाजारों के बारे में सुना होगा जो अजीबोगरीब चीजों के लिए जाने
जाते है। लेकिन आज हम आपको भारत के कुछ ऐसे बाजारों के बारे में बताने जा
रहे है जो अपने अलग ही कामों के लिए पूरी दुनिया में फेमस है। आज हम आपको
देश के ऐसे बड़े बाजारों के बारे में बता रहे हैं, जहां चोरी का सामान
मिलता है।
इन बाजारों मेंचोरी के जूते, फोन, मोबाइल, गैजेट्स, ऑटो पाट्र्स
से लेकर कार तक बेची जाती है। देश के इन चोर बाजार में चोरी की गाडी को
मॉडिफाई करके बेचा जाता है।
यहां अपनी गाड़ी या बाइक खड़ी करना खतरे से
खाली नहीं हैं। गलती से आप अपनी गाड़ी पार्क कर देंगे, तो हो सकता है कि
उसके स्पेयर पाट्र्स चोर बाजार की दुकानों पर नजर आएं। आइए देश के ऐसे
बाजारों के बारे में जानते हैं।
मुंबई चोर बाजार...
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मुंबई चोर बाजार...
मुंबई का चोर बाजार दक्षिणी मुंबई के मटन
स्ट्रीट मोहम्मद अली रोड के पास है। ये बाजार करीब 150 साल पुराना है। ये
बाजार पहले ‘शोर बाजार’ के नाम से शुरू हुआ था क्योंकि यहां दुकानदार तेज
आवाज लगाकर सामान बेचते थे, तो यहां काफी शोर रहता था। लेकिन अंग्रेज लोगों
के ‘शोर’ को गलत बोलने के कारण इसका नाम ‘चोर’ बाजार पड़ गया।
यहां
सेकंड हैंड कपड़े, ऑटोमोबिल पाट्र्स और चुराई हुई घडिय़ां और ब्रांडेड
घडिय़ों की रेप्लिका, चोरी के विंटेज और एंटीक सजावटी सामान मिलते हैं। इस
बाजार के लिए कहावत कही जाती है कि यहां आपके घर से चोरी हुआ सामान भी मिल
जाएगा। मुंबई जाने पर ‘चोर बाजार’ जरूर घूमें।
क्या है फेमस...
यहां के रेस्तरां और कबाब काफी फेमस है। यहां जेबकाटने वालों से सावधान रहें।
कब खुलता है ये बाजार...
ये बाजार रोजाना सुबह 11 बजे से शाम के 7.30 तक खुला रहता है।
यहां के किस्से भी फेमस हैं...
यहां
के बारे में कहा जाता है कि मुंबई की यात्रा के दौरान क्वीन विक्टोरिया का
सामान शिप में लोड करते समय चोरी हो गया था। यही सामान बाद में मुंबई के
चोर बाजार में मिला।
दिल्ली का चोर बाजार...
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दिल्ली का चोर बाजार...
दिल्ली का ये बजार देश का सबसे पुराना
चोर बाजार है। पहले ये रविवार बाजार के तौर पर लाल किले के पीछे लगता था।
अब ये दरियागंज में नावेल्टी और जामा मस्जिद के पास लगता है। ये बाजार
मुंबई से अलग है। इसे कबाड़ी बाजार भी कहा जाता है। यहां हार्डवेयर से लेकर
किचन इलेक्ट्रॉनिक का सामान मिलता है।
कब लगता है ये बाजार...
ये
बाजार जामा मस्जिद के पास रविवार के दिन लगता है। यहां खरीदते समय
प्रोडक्ट जांच ले क्योंकि जैसा वेंडर कहते हैं, वैसा प्रोडक्ट नहीं निकलता।
यहां का किस्सा भी हैं फेमस...
यहां के लिए एक दिलचस्प कहानी है कि एक आदमी ने यहां गाड़ी पार्क की थी। उसे अपनी गाड़ी के टायर दुकान में बारगेन करते समय मिले।
सोती गंज, मेरठ, यूपी...
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सोती गंज, मेरठ, यूपी...
उत्तरप्रदेश के मेरठ में सोती गंज बाजार
काफी फेमस है। इस बाजार को चोरी की गाडिय़ों और स्पेयर पाट्र्स का गढ़ माना
जाता है। यहां सभी गाडिय़ों के ऑटो पाट्र्स मिल जाएंगे। यहां चोरी, पुरानी
और एक्सीडेंट में खराब हुई गाडिय़ां आती है। मेरठ की सोतीगंज बाजार एशिया की
सबसे बड़ी स्क्रैप बाजार भी है।
कब खुलता है ये बाजार...
ये बाजार मेरठ सिटी में सुबह 9 बजे से शाम को 6 बजे तक खुलती रहती है। यहां सामान खरीदने के लिए आपको सही डीलर मिलना जरूरी है।
यहां क्या है फेमस...
सोतीगंज
में 1979 की अंबेस्डर का ब्रेक पिस्टन, 1960 की बनी महिंद्रा जीप क्लासिक
का गेयर बॉक्स, द्वितीय विश्व युद्ध की विलिज जीप के टायर मिल जाएंगे।
चिकपेटे, बेंगलुरु...
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चिकपेटे, बेंगलुरु...
दिल्ली और मुंबई के चोर बाजार के मुकाबले
बेंगलुरु कम फेमस है। ये बाजार बेंगलुरु में चिकपेटे जगह पर संडे के दिन
लगती है। यहां सेकेंड हैंड गुड्स, ग्रामोफोन, चोरी के गैजेट्स, कैमरा,
एंटीक, इलेक्ट्रॉनिक आइटम और सस्ते जिम इक्विपमेंट मिलते हैं। ये बाजार
लोकल बाजार की ही तरह है।
कब, कहां लगता है ये बाजार...
ये बाजार एक गांव के बाजार की ही तरह रविवार के दिन लगती है। ये बाजार बीवीके अयंगर रोड पर एवेन्यू रोड के पास लगती है।
पुदुपेत्ताई, चेन्नई...
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पुदुपेत्ताई, चेन्नई...
सेंट्रल चेन्नई में स्थित ‘ऑटो नगर’ में
पुरानी और चोरी की कारों को मॉडिफाई करते हैं। यहां हजारों की संख्या में
दुकानें हैं। ये दुकानें गाडिय़ों के ऑरिजनल पाट्र्स और कार को बदलने के लिए
फेमस है। इन्हें इस काम में इंटरनेशनल एक्सपर्टीज है। यहां गाडिय़ों के
तमाम स्पेयर पाट्र्स से लेकर कार मॉडिफाई का सामान और सर्विस मिलती है। ये
चोर बाजार गाडिय़ों को बदलने का सबसे सस्ता जरिया है। इस मार्केट में कई बार
पुलिस की रेड़ पड़ी है लेकिन ये तब भी कभी बंद नहीं हुई है।
कब खुलता है बाजार...
ये बाजार एग्मोर ट्रेन स्टेशन से 1 किलोमीटर दूर है। ये सुबह 10 बजे से शाम के 6 बजे तक खुली रहती है।
यहां क्या है फेमस...
यहां अपनी गाड़ी या बाइक कभी भी पार्क न करे। हो सकता है कि आपको अपनी गाड़ी के पाट्र्स बाजार की दुकानों पर मिले।
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