हिमाचल में शेयर दि लोड अभियान लांच

www.khaskhabar.com | Published : गुरुवार, 18 अप्रैल 2019, 5:31 PM (IST)

शिमला। एरियल ने भारतीय घरों में लैंगिक असमानता दूर करने के उद्देश्य को लेकर फिर से बहस छेड़ी और अपने हालिया अभियान, शेयरदिलोड के साथ इस प्रासंगिक और उचित सवाल को उठाया। ब्रांड का मानना है कि मौजूदा घरेलू असमानता के प्रमुख कारकों में से एक यह है कि आज के बेटे घर का बोझ साझा करने के लिए सुसज्जित नहीं हैं। वर्ल्ड लॉन्ड्री डे के अवसर पर ब्रांड ने एक नई संकल्पना प्रस्तुत की, जिसके तहत उन्होंने भारत के बेटों से संडेज को सन-डेज में बदलने की अपील की।

संडे का दिन अक्सर परिवार के आराम का दिन होता है, लेकिन अक्सर मां को उस दिन हफ्ते भर के अधूरे काम निबटाने के लिए दोगुनी मेहनत करनी पड़ती है। बेटे अपनी माताओं का बोझ हल्का करने का काम अपने हाथ में ले सकते हैं, साथ ही वे घरेलू कार्यों में समान रूप से हाथ बंटाने का संकल्प भी कर सकते हैं। इसे संभव बनाने के लिए एरियल ब्रांड अगले 1 महीने तक ऐसे अनूठे ट्यूटोरियल, कार्य और चुनौतियां लेकर हाजिर होगा, जहां हर संडे के दिन बेटों को 1 नया काम सिखाया जाएगा।

पीएंडजी इंडिया और फैब्रिक केयर की विपणन निदेशक सोनाली धवन ने कहा, “शेयर द लोड हैशटैग अभियान ने हमेशा ऐसे सवाल उठा कर घर के भीतर की असमानता को दूर करने की कोशिश की है, जो दर्शकों को सोचने, आत्मनिरीक्षण करने और इस दिशा में कार्य करने के लिए प्रवृत्त करते हैं।

सन-डे के माध्यम से हम उस युवा पीढ़ी पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जिसका अगर संतुलित तरीके से लालन-पालन किया गया, तो बड़े होकर वे एकसमान पीढ़ी बन कर उभरेंगे यह जिम्मेदारी हमारी पीढ़ी के माता-पिताओं पर है। हम युवा पीढ़ी को जिम्मेदारियां उठाने में सक्षम बनाना चाहते हैं और यह काम हम इस तरीके से करना चाहते हैं, जो उनके लिए दिलचस्प और आकर्षक हो।

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