मुख्यमंत्री जी, कलक्टर और जेडीसी नहीं सुन रहे जलदाय विभाग की परेशानी

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 17 अप्रैल 2019, 5:48 PM (IST)

जयपुर । मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि इस साल पेयजल का संकट है और जनता को परेशानी हो सकती है। लेकिन राज्य सरकार ने पेयजल को लेकर पूरी व्यवस्था कर ली है। टैंकरों के जरिये पेयजल की सप्लाई के लिए सभी तैयारियां पूरी है, लेकिन अगर कोई अधिकारी या इंजीनियर इस कार्य में कोताही करेगा, तो उसे बख्शा नहीं जाएगा। लेकिन मुख्यमंत्री की नाक के नीचे जयपुर जिला कलक्टर और जेडीसी ही पेयजल विभाग की परेशानी दूर नहीं कर रहे है। जिससे कि नलकूपों की खुदाई वक्त पर हो सके।
इस मुद्दे को लेकर जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के प्रमुख शासन सचिव संदीप वर्मा ने समस्त मुख्य अभियन्ताओं सहित विभाग के विभिन्न वरिष्ठ अधिकारियों के साथ चर्चा की ।
अति मुख्य अभियन्ता जयपुर ने अवगत कराया कि 27 नलकूपों को चालू करने मे बाधा आ रही है क्योंकि जे.डी.ए. द्वारा कई बार आग्रह करने के बावजूद पाईप लाईन डालनें के लिए रोड कटिंग की अनुमति नहीं दी हैं।
प्रमुख सचिव ने बताया कि उन्होनें जेडीए. कमिश्नर से इस बाबत दूरभाष पर 15 अप्रैल को वार्ता की है एवं पत्र द्वारा भी 16 अप्रैल को शीघ्र अनुमति के लिए आग्रह किया है। इसी प्रकार जगतपुरा एवं खोनागोरियान क्षेत्रो मे भी पाईप लाईन डालने के लिए रोड कटिंग की अनुमति देने हेतु जे.डी.ए. कमिश्नर से प्रमुख शासन सचिव द्वारा व्यक्तिगत तौर से वार्ता की जा चुकी है।इसके अतिरिक्त प्रमुख शासन सचिव ने चिंता जाहिर की कि कलेक्टर जयपुर द्वारा विभाग की ड्रिलिंग विंग के 9 कर्मचारियों का गत 20 दिनों में कई बार आग्रह करने के बावजूद चुनाव ड्यूटी से मुक्त नहीं किया हैं जिससे जयपुर एवं दौसा मे नलकूप की खुदाई मे वांछित प्रगति नहीं मिल पा रही है। चर्चा के दौरान यह भी सामने आया कि चुनाव आयोग ने भी जलदाय विभाग के कर्मचारी जो कि आवश्यक कार्य से जुडे हो, को चुनाव कार्य मे नहीं लगाने की सहमति दी है।
प्रमुख शासन सचिव ने बताया कि वह खुद कलेक्टर जयपुर से इस मामले मे पुनः चर्चा करेगें।
जयपुर शहर मे बीसलपुर बांध मे पानी की कमी के चलते समस्या के निवारण के लिए 732 नलकूप स्वीकृत हुए थे जिसमें से 279 नलकूपों को जलाशयों से सीधा जोडा जाना था जिससे बीसलपुर के पानी की कमी की पूर्ति की जा सके। 453 नलकूप जयपुर शहर के उन इलाको में खोदे जाने है जिनमें अन्तिम छोर मे प्रेशर की समस्या रहती है।बैठक में मुख्य अभियन्ता शहरी ने अवगत कराया कि 279 में से 148 नलकूप खोदे जा चुके है एवं 97 को चालू किया जाकर 170 लाख लीटर अतिरिक्त जल का प्रबंध कर लिया है। 453 में से 119 नलकूप खोदे जा चुके है। वर्तमान में शहर में नलकूपों को त्वरित गति से खोदने के लिए 24 मशीनें कार्य कर रही है व आगामी दिवसों में कार्य मे गतिशीलता लायी जावेगीं।

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