अब्दुल्ला और मुफ्ती परिवार सुन लें, लेकिन देश नहीं तोड़ पाएंगे: प्रधानमंत्री मोदी

www.khaskhabar.com | Published : रविवार, 14 अप्रैल 2019, 11:55 AM (IST)

श्रीनगर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को कठुआ से हुंकार भरते हुए कहा है कि अब्दुल्ला और मुफ्ती परिवार ने जम्मू कश्मीर की तीन पीढ़ियों की जिंदगी बर्बाद कर दी। इनके हटने के बाद ही जम्मू कश्मीर की किस्मत चमक सकती है। वे अपना पूरा कुनबा मैदान में उतार लें, जितनी मर्जी गाली दें लेकिन वे देश को नहीं तोड़ पाएंगे। यह बात प्रधानमंत्री ने कठुआ में रविवार को चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कही।


मोदी ने कहा कि पूरे देश में भाजपा की 2014 की अपेक्षा ज्यादा लहर है। भारत के लोकतंत्र की ताकत को आपने पहले चरण में सिद्ध किया है। जम्मू और बारामुला में भारी मतदान कर आपने आतंकियों के आकाओं, पाक परस्त अवसरवादियों और निराशा में डूबे महामिलावटियों को कड़ा जवाब दिया है। राजनीति अपनी जगह होती है, चुनाव अपनी जगह हैं, नेता भी आते जाते रहते हैं, लेकिन हमारा ये देश हमेशा रहेगा।

प्रधानमंत्री मोदी ने हमला बोलते हुए कहा कि बीते कुछ दिनों में आपने भी देखा कि किस तरह कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी की महामिलावट पूरी तरह से एक्सपोज़ हो गई है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस वो पार्टी है जो न्याय दिलाने के नाम पर भी लोगों से धोखा कर जाती है। न्याय के नाम पर पीढ़ी पर पीढ़ी देश के लोगों को धोखा देना, कांग्रेस का राजनीतिक चरित्र है। न्याय का ढोंग करने वाली कांग्रेस, क्या कभी कश्मीरी पंडितों को न्याय दिला पाई? क्या कभी 84 के दंगों में मारे गए सिख भाई-बहनों,बहू-बेटियों को कांग्रेस न्याय दिला पाई। कांग्रेस की नीतियों के चलते ही मेरे कश्मीरी पंडित भाई-बहनों को अपना ही घर छोड़ना पड़ा।कांग्रेस और उसके साथियों को अपने वोटबैंक की इतनी चिंता थी, कि कश्मीरी पंडितों पर होने वाले अत्याचार उन्होंने देखकर भी अनदेखे कर दिए।



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प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कल उपराष्ट्रपति महोदय सरकार के अधिकृत कार्यक्रम में जलियांवाला बाग शहीदों को श्रद्धांजलि देने वहां गए थे। लेकिन उनके इस कार्यक्रम में कांग्रेस के मुख्यमंत्री गायब थे। उन्होंने इस कार्यक्रम का बहिष्कार इसीलिए किया क्योंकि वो कांग्रेस परिवार की भक्ति में जुटे हुए थे। वे कांग्रेस के नामदार के साथ जलियांवाला बाग गए। लेकिन भारत सरकार के अधिकृत कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति के साथ जाना उन्होंने सही नहीं समझा । यही राष्ट्र भक्ति और परिवार भक्ति का फर्क है। बरसों से जो इनके मन में था, जो वो चाहते थे, चोरी छिपे जिसके लिए काम कर रहे थे, वो अब खुलेआम सामने आ गया है । मैं समझ सकता हूं कि इस परिवार भक्ति के लिए उन पर किस तरह दबाव बनाया गया। पंजाब में जिस तरह के दांव पेंच चलाए जा रहे हैं, उसके सामने कैप्टेन को भी झुकना पड़ गया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि लेकिन देश में कुछ लोग मोदी के विरोध में इतने डूब गए हैं कि उनको राष्ट्रवाद गाली नज़र आने लगा है। महामिलावटी और उनके रागदरबारी आए दिन सवाल पूछते हैं कि मोदी राष्ट्र रक्षा की बात क्यों करता है।