बेटियों का कोख में ही दम घोंटने वाले रवि सिंह को झुंझुनूं पुलिस ने किया प्रदेश का दूसरा हिस्ट्रीशीटर घोषित

www.khaskhabar.com | Published : शनिवार, 13 अप्रैल 2019, 4:30 PM (IST)

जयपुर/ झुंझुनू। गर्भवती महिलाओं की लिंग जांच कर दस हजार से अधिक बेटियों का कोख में कत्ल करने वाला और चार बार लिंग जांच के आरोप में पकड़ा गया आरोपी झुंझुनूं जिले के सिंघाना निवासी रवि सिंह को पीसीपीएनडीटी एक्ट के तहत प्रदेश का दूसरा हिस्ट्रीशीटर घोषित कर दिया है।

पीसीपीएनडीटी सैल के राज्य समुचित प्राद्यिकारी डॉ.समित शर्मा तथा जिला पीसीपीएनडीटी सैल के जिला समुचित प्राद्यिकारी व जिला कलेक्टर रवि जैन की अभिशंषा पर झुंझुनूं जिला पुलिस अद्यीक्षक गौरव यादव के निर्देश पर सिंघाना थाने का हिस्ट्रीशीटर रवि सिंह को घोषित किया गया है।

जिला पुलिस अद्यीक्षक गौरव यादव ने बताया कि सिंघाना निवासी रवि सिंह को पीसीपीएनडीटी एक्ट का लगातार चार बार उल्लघंन करते हुए रंगे हाथो पकड़ा गया है। पीसीपीएनडीटी ब्यूरों ऑफ इंवेस्टिगेशन,जयपुर के अनुसार झुंझुनूं जिले का सिंघाना निवासी रविसिंह 2004 से लिंग जांच व चयन करने का कार्य अवैध सोनोग्राफी मशीन द्वारा करता रहा है। जिसे पीसीपीएनडीटी सैल जयपुर व झुंझुनूं द्वारा चार बार जिले में ही अलग-अलग जगह व अलग-अलग साथियों के साथ लिंग जांच करते हुए अवैध सोनोग्राफी मशीन सहित पकड़ा है।

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आरोपी रवि सिंह व उसके साथी राजस्थान उच्च न्यायालय से जमानत पर छुटने के बाद पुन: अवैध सोनोग्राफी मशीन खरीद कर लिंग जांच करने का काम शुरू कर देता है। हिस्ट्रीशीटर रवि सिंह द्वारा खेतड़ी, बुहाना, सूरजगढ़ व सिंघाना सहित अन्य जिलों व राज्यों में भी करीब एक दर्जन से अधिक लिंग जांच करने वाले चेले चपाटी व शिष्य तैयार कर दिये है जो स्वयं की अवैध सोनोग्राफी मशीन खरीद कर अलग-अलग क्षेत्रों में अवैध रूप से लिंग जांच करने का कार्य करते रहे है। हिस्ट्रीशीटर रविसिंह व उसके सहयोगी अवैध लिंग जांच करने का प्रत्येक गर्भवती महिला से 30 हजार से 50 हजार रूपये तक की राशि लेकर अवैध लिंग जांच कर गर्भपात भी करवा देते है। गर्भपात की राशि 10 से 30 हजार की राशि अलग से वसूल की जाती है।

हिस्ट्रीशीटर रवि सिंह के सहयोगी अवधेश पाण्डे पर भी अभी तक 4 केस पीसीपीएनडीटी एक्ट के तहत दर्ज हो चूके है। अवधेश पाण्डे भी हिस्ट्रीशीटर रविसिंह के सहयोगी महेन्द्र चौधरी के साथ गत दिनों खेतड़ी में लिंग जांच करते हुए पाया गया था। लेकिन अवैध सोनोग्राफी मशीन छोडक़र भागने में सफल हो गये था। प्रदेश का दूसरा हिस्ट्रीशीटर रवि सिंह जोधपुर जिले का निवासी व बालेसर का पूर्व बीसीएमओं डॉ. इम्तियाज प्रदेश का पहला हिस्ट्रीशीटर गत वर्ष घोषित किया गया है।

डॉ. इम्तियाज भी वर्ष 2016 से 2018 तक चार बार लिंग जांच व चयन करते हुए अपने सहयोगियों के साथ नवीनतम तकनीकि की अवैध सोनोग्राफीमशीनों के साथ पकड़ा जा चूका है। डॉ. इम्तियाज का कहना है कि लिंग जांच करना उसके नशे की लत की तरह लग गया है। कमोबेश यही स्थिती प्रदेश के दूसरे हिस्ट्रीशीटर झुंझुनूं जिले के सिंघाना निवासी रविसिंह की है। रवि सिंह भी लिंग जांच के आरोप में पकड़े जाने के बाद जेल से छुटते ही नई अवैध सोनोग्राफी मशीन खरीद कर पुन: लिंग जांच का काम प्रारम्भ कर देता है।

पहली बार 23 अक्टूबर 2015 में हुआ था गिरफ्तार
रवि सिंह को पहली बार 23 अक्टूबर 2015 में लिंग जांच के आरोप में जिले के ही खेतड़ी स्थित ओम डायग्नोस्टिक सेंटर पर पकड़ा गया था। इस कार्रवाई में रविसिंह का साथी अवधेश पाण्डे भी शामिल था।

दूसरी बार 19 अपै्रल 2016 में झुंझुनूं जिले के बिसाऊ कस्बें में रवि सिंह को अवैध लिंग जांच की कार्रवाई में पकड़ा गया था जिसमें रवि सिंह के साथ एलएचवी भानूमती, एएनएम सुनिता व गंगा के साथ वाहन चालक पवन कुमार तथा मुख्य सहयोगी की भुमिका में सुमेर व राजकुमार भी शामिल थे जिनहे भी पीसीपीएनडीटी एक्ट के तहत आरोपी बनाया गया था।

तीसरी बार 11 जून 2017 को खेतड़ी के बबाई कस्बे में रविसिंह व मुख्य सहयोगी सुमेर सिंह, राजेन्द्रसिंह व संदीप कुमार को अवैध सोनोग्राफी मशीन से लिंग जांच के आरोप में गिरफ्तार किया गया था व अवैध पोर्टेबनल सोनोग्र्राफी मशीन को जब्त किया गया था।

चौथी बार 14 अगस्त 2018 को झुंझुनूं के सोलाना गांव में रवि सिंह, सुनिल कुमार व फुलपति को लिंग जांच के आरोप में पकड़ा गया था।    

इन समाज कंटकों के कारण बिगड़ा झुंझुनूं जिले का बालिका लिंगानुपात:

जीवित शिशु जन्म दर के आंकड़ो के अनुसार सिंघाना, बुहाना, सूरजगढ़ व खेतड़ी क्षेत्र का बालिका लिंगानुपात जिले में सबसे कम है। हिस्ट्रीशीटर रवि सिंह व उसके सहयोगियों की पहुंच जिन गांव व कस्बों में है वहां पर बालिकाओं की संख्या नाम मात्र की है।

लिंग जांच करने के लिए आदतन मजबृुर
हिस्ट्रीशीटर रवि सिंह व उसके लिंग जांच में सहयोगी रहे आरोपी अवैध सोनोग्राफी मशीनों से लिंग जांच करने के आदतन अपराधी हो गये है। जेल से जमानत पर छुटने पर पैसे के लिए व अपनी आदतन मजबूरी के लिए अवैध सोनोग्राफी मशीन खरीदकर लिंग जांच करने का काम पुन: प्रारम्भ कर देते है।