प्रदेश स्तरीय दल ने जिले के स्वास्थ्य केन्द्रों का किया औचक निरीक्षण

www.khaskhabar.com | Published : शुक्रवार, 15 मार्च 2019, 4:22 PM (IST)

धर्मशाला। जिले के लैबर रूम जच्चा व बच्चा दोनो के लिए सुरम्य और सुविधा सम्पन हो राष्ट्रीय मानको पर खरे उतरे और नये जीवन का स्वागत करे। इसके लिए प्रदेश स्तरीय दल ने तीन दिन तक जिले के स्वास्थ्य केन्द्रों का औचक निरिक्षण किया।

तीन दिवसीय निरिक्षण के दौरान राज्य स्तरीय दल ने जिले के लैबर रूम की व्यवस्था व चिकित्सको, स्टाफ के व्यवहार, मानव संसाधन की उपलब्धता आदि को लेकर सघन निरीक्षण किया। फरवरी माह के निरीक्षण मे सामने आये गैप इस बार के निरीक्षण मे पूर्ण पाये गये। राज्य स्तरीय अधिकारी डाॅ. निधि पुराहित एवं अन्य दो अधिकारीयो ने जिले के कापरेन, के. पाटन, लाखेरी, तालेडा, हिण्डोली, अलोद, जजावर एवं जिला अस्पताल का निरीक्षण किया। तथा सभी योजनाओ की समीक्षा कर उन्हे बेहतर बनाने के निर्देश देते हुए कहा कि अब कार्य मे लापरवाही बर्दाश्त नही होगी। जिले के दौरे के दौरान उन्होने जजवार, अलोद, के. पाटन के लैबर रूम को डिलीवरी के भार के अनुसार छोटा पाया।

सभी संस्थानो पर अतिरिक्त टैबल लगाने के निर्देश दिये। डाॅ. निधि ने चिकितसा संस्थानो का निरिक्षण कर व्यवस्थाए देखी और चिकित्सा प्रभारीयो को निर्देश दिये कि वे सभी रिकोर्ड आदि का सही संधारण करवाये। और स्वयं भी नियमित माॅनिटरिंग करे। जजावर हैल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर मे मिली कमियो के आधार पर प्रभारी चिकित्सक को नोटिस भी जारी किया। भर्ती रोगियो के परिजनो से बात कर वहा कार्यरत कर्मियों के कार्यो का फीडबेक लिया। फीडबेक मे सामने आया कि प्रसव के बाद चिकित्सकिय या सपोर्टिंग स्टाफ द्वारा प्रसूता के परिजनो से बधाई के नाम पर किसी भी तरह का उपहार या नकद राशि का लेन-देन नही किया जा रहा है।

ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. जी. एल. मीणा ने बताया कि डाॅ. निधि ने तीन दिवसीय निरीक्षण में स्वास्थ्य सेवओ की गुणवत्ता जाॅची। तथा मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा योजना, परिवार कल्याण सेवाए, टीकाकरण, निर्माण कार्य, अस्पताल की अन्य सेवाओ की समीक्ष की। उन्होने निर्देश देते हुए कहा कि किसी भी चिकित्सा संस्थान मे ओपीडी के अतिरिक्त मातृ स्वास्थ्य, एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाए मिलना सबसे महत्वपूर्ध है।

सघन निरिक्षण के बाद वे सीएमएचओ कार्यालय पहुची तथा वहा सीएमएचओ, अन्य अधिकारीयो के साथ बैठक कर निरिक्षण के दौरान मिली कमियो की रिपोर्ट पर विस्तृत चर्चा कर व्यवस्थाओ बेहतर बनाने के निर्देश दिये। उन्होने राष्ट्रीय किशोर किशोरी स्वास्थ्य कार्यक्रम मे कार्यरत काउन्सलर्स के साथ भी बैठक ली। निरिक्षण दल ने प्रसव कक्षो को तय मानको की चैकलिस्ट के अनुसार परखा। छिटपुट सुधार की गुंजाईश के अतिरिक्त सभी संस्थानो के लैबर रूम उच्च मानदण्डो पर खरे निकले।