परंपरा के सहेजने और सांस्कृतिक सरोकारों का उत्सव है रसोई 2019: एसीएस उद्योग

www.khaskhabar.com | Published : गुरुवार, 14 मार्च 2019, 4:29 PM (IST)

जयपुर। कहीं कड़ाई कुलचे चल रहे हैं तो कहीं डोयटे तले जा रहे हैं, किसी कोने में चूरमा बाटी दाल तैयार हो रहा है तो कहीं पर कचोड़ी तली जा रही है। कहीं पर तंदूरी चाय की स्टॉल पर लोग अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं तो कोटा भण्डार की स्टॉल पर मिर्च मसालों की धांस के बावजूद लोग कतार में जमे हैं। तो कोई महाबीर रबडी की बेजड़ की रोटी और आलू प्याज की सब्जी तैयार होती देख रहे हैं तो चौखी ढ़ाणी का लजीज खाने का लुत्प राजस्थान हाट में ही उठाने के लिए प्रतीक्षारत है।

कोई गोल गप्पों खाने में मगन है तो कोई कच्ची घोड़ी के ढोल ताशों के दल के साथ शिल्पी लेने में मगन हो रहा है और तो और मुरली का पान, रामचंद्र की कुल्फी, चूरण चटनी तक रसोई उत्सव में उपलब्ध है। यह नजारा किसी शादी व्याह का या किसी पार्टी फंक्षन का नहीं बल्कि यह नजारा जल महल के सामने राजस्थान हाट का है जहां गुरुवार से उद्योग विभाग द्वारा रसोई 2019: स्वाद राजस्थान का उत्सव आयोजित किया गया है।
अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुबोध अग्रवाल के दीप प्रज्ज्वलन और श्रीगणेश के चित्र पर माल्यार्पण के साथ ही जल महल के सामने स्थित राजस्थान हाट मिठाइयों की महक और मसालों की खुशबू से सराबोर हो गया। उद्योग विभाग द्वारा राजस्थान हाट पर गुरुवार से चार दिवसीय रसोई 2019: स्वाद राजस्थान का उत्सव आयोजित किया गया है। आयोजन में राजस्थान खाद्य व्यापार संघ के अध्यक्ष बाबू लाल गुप्ता, नेशनल ऑयल एण्ड ट्रेड फैडरेशन के अध्यक्ष मनोज मोरारका, ग्रीन टेक के अजय गुप्ता सहित विभिन्न संघों ने भी भागीदारी निभाई है।

ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे

अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ सुबोध अग्रवाल ने बताया कि राजस्थान के अनूठे उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय पटल पर उतारने के लिए इस तरह के आयोजन नियमित रुप से किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह पहला मौका है जब जयपुरवासी रसोई उत्सव में दौसा का डोयटा, चौमू की बरफी, चौखी ढ़ाणी का खाना, जोबनेर का कलाकंद, फलोदी का गाल का लड्डू, के साथ ही प्रदेश के विभिन्न अंचलों की व्यंजनों के साथ ही रसोई में उपयोग होने वाले खाद्य तेल, साबुत और पिसे हुए मसाले तक एक ही स्थान पर उपलब्ध है।

उन्होंने बताया कि टेस्टिंग लेब सहित अन्य व्यवस्थाएं यहां की गई है जिससे जयपुरवासी जांच परख सके। उन्होंने कहा कि यह प्ररपरा को सहेजने और नई पीढ़ी को संस्कृति के साक्षात कराने को उत्सव है।

अतिरक्त मुख्य सचिव डॉ. अग्रवाल ने सब्जी काटने की मशीन की स्वयं गुणवत्ता जांची वहीं मिठाई भी चख कर स्वाद लिया। उन्होंने एक एक स्टॉल पर जाकर प्रदर्शित वस्तुओं की गुणवत्ता की जानकारी ली और रसोई के आयोजन मेेें प्रतिभागिता की सराहना की।

चार दिवसीय रसोई उत्सव में आयोजित 4 व्यंजन प्रतियोगिता में खाद्य व्यापार संघ के बाबू लाल गुप्ता, ग्रीनटेक के अजय गुप्ता, ऑयल फैडरेशन के मनोज मुरारका, अतिरिक्त निदेशक डीसी गुप्ता, पीके जैन संयुक्त निदेशक एसएस शाह की ज्यूरी ने विजेताओं की घोषणा की।

रसोई उत्सव में व्यंजन प्रतियोगिता का प्रतिदिन आयोजन किया जाएगा। इसी तरह से गुरुवार को मेंटर अंबिका मिश्रा के सानिध्य में इंडियन आईडल अकेडमी द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी। वहीं शुक्रवार को एलबीएस महाविद्यालय और ज्ञान विहार विश्वविद्यालय सहित अन्य सहभागियों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी जाएगी। शुक्रवार को व्यंजन प्रतियोगिता में वरिष्ठ महिलाओं की खिचडी और वैरायटीज ऑफ खीर प्रतियोगिता आयोजित होगी। रसोई उत्सव में प्रवेश निःशुल्क है और यह प्रातः 11 बजे से रात्रि 9 बजे तक खुली है।