नई दिल्ली। पीएम नरेन्द्र मोदी ने शहीदों के सम्मान में सोमवार को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक का उद्घाटन किया। वार मेमोरियल की रूपरेखा 70 साल पहले बनाई गई थी जब देश आजाद हुआ था। लेकिन तब से इसके निर्माण का मामला अटका ही हुआ था। सरकारें आती गई, जाती गईं लेकिन शहीदों की स्मृति को संजोय रखने वाली इस योजना पर किसी ने कार्य को आगे नहीं बढ़ाया। पीएम मोदी, आपके आशीर्वाद से साल 2014 में हमने स्मारक बनाने के लिए प्रक्रिया शुरु की और आज तय समय से पहले ही इसका लोकार्पण हो रहा है। यह संकल्प से सिद्धी का भी प्रतीक है।
बीते साल फरवरी में शुरू हुआ निर्माण कार्य
मेमोरियल की 16 दीवारों पर 25,942 शहीदों के नाम लिखे गए हैं। नाम, रैंक और रेजिमेंट का उल्लेख किया गया है। बीते साल फरवरी में मेमोरियल के निर्माण का काम शुरू हुआ और इस साल फरवरी तक रिकॉर्ड टाइम में इसे बना लिया गया।
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आंकड़ों में जानिये वार मेमोरियल की विशेषता
-176 करोड़ की लागत से बना है वार मेमोरियल
-40 एकड़ जगह पर बनाया गया है
-25942 शहीदों के नाम स्मारक पर अंकित
-04 चक्रों के साथ शाश्वत लौ
आंकड़ों में जानिये वार मेमोरियल की विशेषता
-21 परमवीरों की प्रतिमा लगाई गई
-15 मीटर ऊंचा स्तंभ बीच में लगाया गया
-16 दीवारों पर शहीदों के नाम लिखे गए हैं