वार मेमोरियल उद्घाटन के बाद बरसे मोदी, बोले-कांग्रेस ने सेना को भी नहीं छोड़ा

www.khaskhabar.com | Published : सोमवार, 25 फ़रवरी 2019, 5:18 PM (IST)

नई दिल्ली। पीएम नरेन्द्र मोदी ने सोमवार शाम को एक कार्यक्रम में इंडिया गेट के पास देश को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक समर्पित किया। इस दौरान उनके साथ रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण भी मौजूद थीं। मोदी ने 5.45 मिनट पर देश के पहले युद्ध स्मारक का उद्घाटन किया।


धर्म के गुरुओं ने वॉर मेमोरियल पर शांति का पाठ कराया
पीएम मोदी ने पहला युद्ध स्मारक देश को समर्पित कर दिया है। सभी धर्म के गुरुओं ने वॉर मेमोरियल पर शांति का पाठ कराया, इसके बाद शहीदों को सलामी दी गई। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि देश की सेना को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में हम लगातार काम कर रहे हैं। जिन फैसलों को नामुमकिन समझा जाता था, उन्हें मुमकिन बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने रक्षा उत्पादन के पूरे इको-सिस्टम में बदलाव की शुरुआत की है।


बड़े-बड़े देश हमारे साथ रक्षा सहयोग समझौता करना चाहते हैं
पीएम मोदी ने कहा कि आज पूरी दुनिया में भारतीय सेना को सम्मान मिल रहा है। उन्होंने कहा कि हमारे प्रयासों में दुनिया के बड़े-बड़े देश हमारे साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलना चाहते हैं। यही कारण है कि 2016 में हमारे इंटरनेशनल फ्लीट रिव्यू में 50 देशों की नौसेनाओं ने हिस्सा लिया था। उन्होंने कहा कि यही कारण है कि एक के बाद एक देश हमारे साथ रक्षा सहयोग के समझौते करना चाहते हैं।


सेना को बनाया कमाई का साधन
पीएम मोदी ने राफेल के मसले पर जवाब देते हुए कांग्रेस पर पलटवार किया। उन्होंने कांग्रेस सरकारों के दौरान हुए रक्षा सौदों और सेना की अनदेखी के आरोप लगाते हुए राफेल को रोकने की साजिश का आरोप लगाया।


युद्ध स्मारक संकल्प से सिद्धी का प्रतीक
पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि राष्ट्रीय समर स्मारक की मांग कई दशक से निरंतर हो रही थी। बीते दशकों में एक-दो बार प्रयास हुए लेकिन कुछ ठोस हो नहीं पाया। उन्होंने कहा, आपके आशीर्वाद से साल 2014 में हमने राष्ट्रीय समर स्मारक बनाने के लिए प्रक्रिया शुरु की और आज तय समय से पहले ही इसका लोकार्पण होने वाला है। यह संकल्प से सिद्धी का भी प्रतीक है।


पीएम मोदी ने राफेल मुद्दे पर जवाब देते हुए कांग्रेस पर पलटवार किया। उन्होंने कांग्रेस सरकारों के दौरान हुए रक्षा सौदों और सेना की अनदेखी के आरोप लगाते हुए राफेल को रोकने की साजिश का आरोप लगाया। पीएम मोदी ने कहा कि पहले सरकारों ने देश के वीर बेटे-बेटियों के साथ सैनिकों और राष्ट्र की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया गया। यहां तक कि सेना के लिए बुलेट प्रूफ जैकेट नहीं खरीदी गईं। लेकिन हमारी सरकार ने 2 लाख 30 हजार से ज्यादा बुलेट प्रूफजैकेट खरीदीं। पीएम मोदी ने यह भी आरोप लगाया कि पहले सरकारों ने अपनी कमाई का साधन बना लिया था.


आजादी के बाद से ही इस स्मारक की मांग होती आई थी, लेकिन ये ख्वाहिश आज पूरी होने जा रही है। दिल्ली में इंडिया गेट के ठीक सामने बने इस स्मारक में देश के सैनिकों का सम्मान किया गया है। प्रधानमंत्री ने रविवार को अपने मन की बात कार्यक्रम में इसका ऐलान किया था।


2012 में इंडिया गेट जगह हुई थी फाइनल
गौरतलब है कि इस तरह का स्मारक बनाने को लेकर पहली पहल 1970 में की गई थी। जिसके बाद 2012 में ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स ने इंडिया गेट के पास जगह को फाइनल किया था। 2012 के बाद से ही शहरी मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय, वित्त मंत्रालय और गृह मंत्रालय मिलकर इस प्रोजेक्ट को अंजाम देने में जुटे थे। इस युद्ध स्मारक में 1947-48 से लेकर भारत-चीन, भारत-पाक युद्ध की जानकारी व शहीदों के बारे में विस्तार से बताया जाएगा।



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रक्षा मंत्री और सेना से जुड़े अफसर रहेंगे मौजूद
इस स्मारक में सेना के शौर्य को दर्शाया जाएगा, इसके अलावा युद्ध से जुड़ी दिलचस्प जानकारियां, शहीदों के बारे में जानकारी को भी बताया जाएगा। सोमवार को जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस स्मारक को देश को समर्पित करेंगे, इस दौरान कई पूर्व सैनिक, रक्षा मंत्री और सेना से जुड़े अफसर वहां मौजूद रहेंगे।