नई दिल्ली। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने रविवार को कहा कि कुछ शरारती तत्व 'नफरत' फैलाने के लिए पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों के शरीर के अंगों की फर्जी तस्वीरें पेश कर रहे हैं। सीआरपीएफ ने लोगों से इस तरह की पोस्टों को साझा या लाइक नहीं करने की अपील की।
सीआरपीएफ ने एक बयान में कहा कि ऐसा पाया गया है सोशल मीडिया पर कुछ शरारती तत्व नफरत फैलाने के लिए हमारे जवानों के शरीर के हिस्सों की फर्जी तस्वीरें प्रसारित करने की कोशिश कर रहे हैं। कृपया इस तरह की तस्वीरों या पोस्ट को प्रसारित, साझा या लाइक नहीं करें।
बयान में कहा गया है कि इस तरह की पोस्ट/तस्वीरों को 'वेब प्रोएटदिरेटसीआरपीएफ डॉट जीओवी डॉट इन पर रिपोर्ट करें।
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सीआरपीएफ ने यह भी कहा कि 'शरारती तत्व' सोशल मीडिया पर कश्मीर के
छात्रों के उत्पीड़न के बारे में 'फर्जी खबरें' भी फैला रहे हैं।
इसमें कहा गया, "सीआरपीएफ हेल्पलाइन ने उत्पीड़न की शिकायतों की जांच की और
इन्हें गलत पाया है। ये नफरत फैलाने के प्रयास हैं। कृपया इस तरह की पोस्ट
को प्रसारित नहीं करें।
पुलवामा में जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर 14 फरवरी को जैश-ए-मोहम्मद
के एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटकों से लदे वाहन को सीआरपीएफ काफिले के
वाहन से टकरा दिया था जिसमें 49 जवान शहीद हो गए।
-आईएएनएस