15 से 17 फरवरी तक गन्नौर में चौथी एग्री लीडरशिप समिट - ओमप्रकाश धनखड़

www.khaskhabar.com | Published : शनिवार, 09 फ़रवरी 2019, 6:48 PM (IST)

चंडीगढ़ । हरियाणा के कृषि और किसान कल्याण मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि सोनीपत की गन्नौर स्थित इंडिया इंटरनेशनल हार्टिकल्चर मार्केट में 15 से 17 फरवरी तक प्रदेश की चौथी एग्री लीडरशिप समिट का आयोजन किया जाएगा।
समिट का उद्घाटन 15 फरवरी को केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह व इस्पात मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह करेंगे। वहीं दूसरे दिन केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री पुरुषोत्तम रूपाला मुख्य अतिथि होंगे। कार्यक्रम के समापन अवसर पर 17 फरवरी को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद मुख्य अतिथि होंगे व मुख्यमंत्री मनोहर लाल कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे।
धनखड़ ने यह जानकारी इंडिया इंटरनेशनल हार्टिकल्चर मार्केट गन्नौर, सोनीपत में कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा लेने के पश्चात दी ।धनखड़ ने कहा कि प्रदेश के किसानों व कृषि के विकास के लिए प्रदेश सरकार ने 2015 में गुडग़ांव में पहली एग्रीकल्चर लीडरशिप समिट शुरू की थी। इसके बाद हमने प्रत्येक दो वर्ष में यह समिट आयोजित करने का निर्णय लिया था और वर्ष 2018 में सूरजकुंड फरीदाबाद में दूसरी एग्रीकल्चर समिट का आयोजन किया गया। किसानों के हित में हमने इसे प्रतिवर्ष करने का निर्णय लिया और 2018 में रोहतक में तीसरी समिट आयोजित की गई। उन्होंने बताया कि रोहतक में प्रदेश के 16 लाख किसान परिवारों के एक लाख 60 हजार किसानों ने हिस्सा लिया। यानिके प्रत्येक दसवां किसान इस समिट से जुड़ा। पत्रकारों को संबोधित करते हुए कृषि मंत्री ने कहा कि इसी समिट की सफलता के बाद हमने अब चौथी समिट सोनीपत के गन्नौर में करने का निर्णय लिया है।

उन्होंने कहा कि यह समिट काफी तेजी से लोकप्रिय हुई और हमने कृषि से जुड़़े सभी विभागों जिनमें कृषि विभाग, पशुपालन विभाग, मत्यसय पालन विभाग, हार्टिकल्चर विभाग, मार्केटिंग बोर्ड के अलावा जिसका भी किसानों के साथ सीधा जुड़ाव है उन सभी संस्थाओं व संगठनों को भी समग्र रूप से इसके साथ जोड़ा गया है। उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा मंच है जहां विभाग खुद को खुले में रखकर सभी सामने अपनी विकास योजनाओं को प्रस्तुत करता है।

उधमशीलता को खेती की स्मृद्धि का आधार बताते हुए उन्होंने खेती में नवाचार को लाने की बात कही। उन्होंने कहा कि जब तक खेती से नवाचार नहीं जुड़ेगा तब तक खेती लाभ का सौदा नहीं बनेगी। 15 से 17 फरवरी तक आयोजित होने वाली एग्री समिट के दौरान तीनों दिन इसी को आधार बनाकर अलग-अलग थीम रखे गए हैं। पहले दिन के कार्यक्रम का थीम नवाचार एवं उधमशीलता रखा गया है जिसमें विभिन्न खाद्यान उत्पादक किसानों को आमंत्रित किया गया है। दूसरे दिन का थीम खेती प्लस धन प्लस को रखा गया है और इसमें इलाईट क्लास के किसानों को बुलाया गया है जिसमें पोल्ट्री, पशुपालन, मत्स्य जैसे व्यवसायों को अपनाने वाले किसानों को बुलाया गया है। वहीं तीसरे दिन का डायरेक्ट मार्केटिंग व एग्री सर्विस को विषय रखा गया है और इस दिन होट्रिकल्चर फार्मेट के तहत कृषि को फायदे का सौदा बनाने वाले किसानों को आमंत्रित किया गया है।

धनखड़ ने कहा कि एग्री लीडर वह किसान हैं जिन्हें देखकर हम सीखते हैं। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेस में 400 से 500 ऐसे किसान हैं जो हमारे मोटिवेटर हैं और उन्हें देखकर दूसरे किसान प्रेरणा लेते हैं। उन्होंने कहा कि इस तीन दिवसीय समिट में हमारे किसानों ने, हमारे विभागों ने और हमने जो किया है उसे भी प्रस्तुत करेंगे। यहां किसानों को अपने उन उत्पादों की बिक्री की भी अनुमति है जिसमें उन्हें महारथ हासिल है। श्री धनखड़ ने कहा कि तीन दिवसीय इस समिट में कृषि व किसानों से जुड़े विभिन्न मोर्चों, यूनियनों, एमएलए, एमपी, राजनैतिक दल, नौकरशाहों से भी चर्चा की होगी। उन्होंने कहा कि इस दौरान इनपुट में हार्टिकल्चर और आउटपुट में कृषि सैलर व इनोवेशन से जुड़े लोगों को भी शामिल किया जाएगा।

कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि किसानों के प्रोत्साहन के लिए प्रदेश सरकार इस साल से हरियाणा किसान रत्न सम्मान के नाम से नया पुरस्कार देगी। यह पुरस्कार हरियाणा के किसानों व कृषि के विकास के लिए बेहतरीन कार्य करने वाले एक किसान को दिया जाएगा। इसमें पांच लाख रुपये व एक प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि इस पुरस्कार के लिए कृषि व किसानों के विकास हेतू ओवरआल कार्य करने वाले किसान, संस्था, विश्वविद्यालय, विभाग, वैज्ञानिक को भी यह पुरस्कार मिल सकता है। हरियाणा के लिए काम करने के लिए हरियाणा या बाहर के व्यक्ति को भी यह पुरस्कार दिया जा सकता है।

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