Rafale Deal : BJP ने यूं दिया राहुल को जवाब, बताए उनके ये 10 झूठ और तथ्य

www.khaskhabar.com | Published : शनिवार, 09 फ़रवरी 2019, 1:30 PM (IST)

नई दिल्ली। पिछले कुछ दिनों से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल डील मामले को लेकर भाजपा के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाया हुआ है। वे कोई सभा हो या प्रेस कॉन्फ्रेंस इस मुद्दे पर बोले बिना नहीं रहते हैं। हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के कई नेता और प्रवक्ता भी कई बार उन पर पलटवार कर चुके हैं।

अब भाजपा ने राहुल को जवाब देने के लिए ट्विटर का सहारा लिया है। उसने अपने अकाउंट पर राफेल मामले को लेकर राहुल के 10 कथित झूठ और उससे जुड़े तथ्यों का खुलासा किया है। भाजपा ने आज सिलसिलेवार एक के बाद एक पोस्ट डाली। भाजपा ने आरोप लगाया है राहुल ने झूठ से भारतीय सैन्य बलों को अपमानित किया है और उनसे आधे-अधूरे तथ्य सामने रखने के लिए माफी की मांग की।

भाजपा ने लिखा है कि यदि वे और इस गुनाह में उनके साथी द हिंदू को अपनी खोज पर भरोसा था तो उन्हें अपनी खोज के साथ सुप्रीम कोर्ट में अपील करनी चाहिए लेकिन वे जानते हैं कि उन्हें खड़ा होने का मौका नहीं मिलेगा।

भाजपा ने राहुल के जो झूठ गिनाए हैं वे इस प्रकार हैं :-


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झूठ नं.1 : राहुल ने फ्रेंच मीडिया की रिपोर्ट ट्विस्ट करते हुए यह बताने की कोशिश की कि दसॉल्ट को भारत से डील करने के लिए अंबानी को ऑफसेट पार्टनर बनाना पड़ा।
तथ्य :
सुप्रीम कोर्ट और दसॉल्ट के सीईओ ने कहा है कि ऑफसेट पार्टनर के चयन में भारत सरकार का कोई लेना-देना नहीं था।

झूठ नं.2 : राहुल ने भ्रांति फैलाने की कोशिश की कि सुप्रीम कोर्ट ने डील में गंभीर अनियमितता पाई है। उन्होंने विचाराधीन मामले में प्रोपेगेंडा फैलाने की कोशिश की।
तथ्य : सुप्रीम कोर्ट ने कांग्रेस की शह पर अपील करने वालों की याचिकाएं खारिज की और कहा कि सरकार ने कुछ गलत नहीं किया।

झूठ नं.3 : राहुल ने दावा किया कि रक्षा मंत्रालय के एक बड़े अधिकारी को राफेल डील के विरोध में डिसेंट नोट प्रस्तुत करने के लिए मोदी सरकार ने सजा दी।
तथ्य : राहुल का यह झूठ बेनकाब हो गया जब अधिकारी ने खुद मीडिया से बातचीत में किसी भी तरह की सजा से इनकार किया।

झूठ नं.4 :
राहुल ने कहा कि फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति ओलांद ने पीएम मोदी को चोर कहा और भारत सरकार ने उनसे रिलायंस को शामिल करने के लिए कहा.
तथ्य :
ओलांद ने इन आरोपों को खारिज किया। फ्रांस सरकार ने आधिकारिक बयान जारी किया।
झूठ नं.5 : राहुल ने संसद में भी झूठ बोला और कहा कि फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने उनसे खुद कहा कि इसमें कोई गोपनीय धारा नहीं है।
तथ्य : फ्रांस सरकार ने उनके झूठ को खारिज करते हुए बयान जारी किया और कहा कि समझौता पार्टियों को क्लासिफाइड जानकारी साझा करने की इजाजत नहीं देता।

झूठ नं.6 : राहुल ने यूपीए के दौरान डील की कई कीमतें बताईं। संसद में उन्होंने कहा 520 करोड़। कर्नाटक में कहा 526 करोड़। राजस्थान में कहा 540 करोड़। दिल्ली में कहा 700 करोड़।
विश्लेषण : राहुल झूठ बोलने के लिए नोबेल पुरस्कार के हकदार हैं।

झूठ नं.7 :
राहुल ने कहा कि पीएम मोदी की सरकार ने सैन्य अधिग्रहण के नियमों व प्रक्रियाओं का उल्लंघन किया।
तथ्य : माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने अपने आदेश में कहा कि हम इस बात से सहमत हैं कि इस प्रक्रिया पर वास्तव में संदेह करने का कोई अवसर नहीं है।

झूठ नं.8 : राहुल ने कहा कि यूपीए ने 526/520/540 करोड़ रुपए में डील की जबकि एनडीए ने यह डील 1600 करोड़ रुपए में की।
विश्लेषण : वे सेब की तुलना संतरे से कर रहे हैं। एनडीए द्वारा बातचीत के जरिए तय की गई कीमत पूरे परिचालन पैकेज के साथ राफेल विमान की है।

झूठ नं.9 : राहुल ने कहा कि 36 विमान खरीदने का निर्णय वायुसेना को नुकसान पहुंचाने और दोस्त को फायदा पहुंचाने के लिए लिया गया।
तथ्य : माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने कहा कि यह निर्णय सैन्य तैयारियों को ध्यान रखते हुए लिया गया और वायुसेना खुश है।

झूठ नं.10 : कल राहुल को पार्टनर इन क्राइम मिला-द हिंदू। जिसने आसानी से एक क्रॉप फोटो का इस्तेमाल कर फिर झूठ बोलने की कोशिश की।
तथ्य : हम हमेशा से जानते हैं कि कांग्रेसी फोटोशॉपर्स होते हैं, लेकिन कल उन्होंने सीखा, मुश्किल रास्ता, वही ‘सत्यमेव जयते’ का)