सड़क हादसों को रोकने के लिए हादसों के कारण ढूंढे जाएंगे

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 06 फ़रवरी 2019, 10:13 PM (IST)

चंडीगढ़। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह द्वारा शुरू किये गए अहम प्रोजैक्ट ‘मिशन तंदुरुस्त पंजाब’ के अंतर्गत सड़क हादसों को रोकने के लिए हादसों के कारणों का पता लगाने और फिर इसके हल के लिए पंजाब सरकार, डब्ल्यू.आर.आई. इंडिया और हौंडा द्वारा सडक़ सुरक्षा सम्बन्धी आपसी सहमति का समझौता (एम.ओ.यू.) सहीबद्ध किया गया। पंजाब सरकार द्वारा 4 से 10 फरवरी तक मनाए जा रहे 30वें राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान बुधवार को पंजाब भवन में ट्रांसपोर्ट मंत्री अरुणा चौधरी की हजारी में ट्रांसपोर्ट, मिशन तंदुरुस्त पंजाब, लोक निर्माण विभाग और ट्रैफिक़ पुलिस के उच्च अधिकारियों और डब्ल्यू.आर.आई. और हौंडा के नुमायंदों द्वारा यह एम.ओ.यू. सहीबद्ध किया गया।


ट्रांसपोर्ट मंत्री चौधरी ने बताया कि आज यह समौझता सहीबद्ध होने से सडक़ दुर्घटनाओं से निपटने के लिए पंजाब विजन जीरो मुहिम का आग़ाज हो गया जिससे राज्य में सडक़ सुरक्षा को यकीनी बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि इसका मुख्य उद्देश्य एक ऐसी व्यवस्था तैयार करना है जिससे राज्य में सडक़ दुर्घटनाओं को घटाने में सहायता मिलेगी। इसके साथ ही हादसों के कारणों का पता लगाया जायेगा और फिर सभी सम्बन्धित विभाग मिलकर इन कारणों पर काम करते हुए हादसों को रोकने के लिए प्रबंध करेंगे। उन्होंने बताया कि शुरुआत में पंजाब के 10 जिले चुने गए हैं जहां सडक़ हादसों की संख्या ज़्यादा है। इनमें लुधियाना, अमृतसर, जालंधर, रूपनगर, एस.ए.एस. नगर मोहाली, शहीद भगत सिंह नगर, पटियाला, फतेहगढ़ साहिब, मोगा और गुरदासपुर शामिल हैं।

ट्रांसपोर्ट मंत्री ने ज़ोर देते हुए कहा कि मिशन तंदुरुस्त पंजाब का उद्देश्य लोगों को स्वस्थ पर्यावरण प्रदान करना और सडक़ों पर हो रही दुर्घटनाओं से निपटना है। उन्होंने कहा कि प्रमुख सचिव ट्रांसपोर्ट, अतिरिक्त डायरैक्टर जनरल पुलिस ट्रैफिक़, तंदुरुस्त मिशन पंजाब के मिशन डायरैक्टर और लोक निर्माण विभाग के सचिव द्वारा गठित एक कमेटी आपसी तालमेल से इस प्रोग्राम की गतिविधियों पर नजऱ रखेगी। हौंडा और डब्ल्यू.आर.आई. इंडिया के यत्नों की प्रशंसा करते हुए मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार इन ग्रुपों के साथ मिलकर सडक़ दुर्घटनाओं को घटाने के लिए निरंतर यत्नशील है।

चौधरी ने कहा कि यह भी देखा गया है कि सडक़ सुरक्षा एक बहुपक्षीय समस्या है, इसमें वाहन की हालत, सड़क पर आने-जाने का सलीका और सडक़ का माहौल शामिल है। इसलिए पंजाब विजऩ जीरो फोरम का विषय ‘टुवर्डज़ जीरो ट्रैफिक डैथ्ज’ रखा गया है। यह फोरम सुरक्षित रोड डिज़ाइन और सभ्यक शहरी व्यवस्थाओं के लिए नीतियों, योजनाओं पर केंद्रित रहेगा। यह बताने योग्य है कि सडक़ सुरक्षा संबंधी पूरी दुनिया की तुलना में भारत के सबसे बुरे रिकार्ड हैं, जिसमें पिछले वर्ष के दौरान 1,40,000 घातक सडक़ दुर्घटनाएँ हुईं और यह हालात विकसित देशों में मौजूद विशाल वाहनों की भीड़ के संबंध में बहुत कम संख्या वाहन भीड़ के बावजूद हैं। वर्ष 2018 में पंजाब में कुल 6400 सडक़ दुर्घटनाएँ हुईं जिनमें 4300 के करीब मौतें हुईं और 2800 ज़ख्मी हुए।

इस मुहिम की कामयाबी के लिए हौंडा अपने प्रयासों के लिए फंड मुहैया करवाएगी जबकि डब्ल्यू.आर.आई इंडिया ट्रांसपोर्ट विभाग और ट्रैफिक़ पुलिस के उक्त उद्देश्य की पूर्ति के लिए जरुरी जानकारी प्रदान करवाएगी। दुर्घटनाओं का ऑडिट करने के लिए तज़ुर्बेकार और माहिरों को नियुक्त किया जायेगा और सही डाटा के आधार पर अथॉरीटीयों द्वारा अपेक्षित रूप रेखा बनायी जायेगी। इस मौके पर हौंडा द्वारा ट्रैफिक़ पुलिस और ट्रैफिक शिक्षा सैल को हादसों के उपरांत राहत कार्यों के लिए 100 मोटर साइकिल देने का फ़ैसला किया गया। हौंडा द्वारा यह भी ऐलान किया गया कि पंजाब सरकार द्वारा बटाला और मलेरकोटला में भारी वाहनों के चालकों के लिए नये बनाए जा रहे ऑटोमेटिड ड्राइविंग प्रशिक्षण केन्द्रों को बनाने में पूरी सहायता प्रदान की जायेगी।

इस मौके पर प्रमुख सचिव ट्रांसपोर्ट के.सिवा प्रसाद, मिशन डायरैक्टर, तंदुरुस्त के.एस पन्नू, लोक निर्माण विभाग के सचिव हुस्न लाल, ए.डी.जी.पी. ट्रैफिक़ डॉ.एस.एस चौहान, स्टेट ट्रांसपोर्ट कमिशनर दिलराज सिंह, ट्रैफिक़ सलाहकार नवदीप असीजा, मैस. हौंडा मोटरसाईकल और स्कूटर इंडिया प्राईवेट लिमटिड के डायरैक्टर जनरल (कॉर्पोरेट मामले) हरभजन सिंह और सी.एस.आर. प्रमुख शरध प्रधान, डब्ल्यू.आर.आई. इंडिया की सडक़ सुरक्षा प्रमुख सारिका पांडा भट्ट और ट्रांसपोर्ट विभाग से सुखविन्दर सिंह बराड़ भी मौजूद थे।

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