जयपुर। जवाहर कला केंद्र (जेकेके) के परफॉर्मिंग आर्ट्स फेस्टिवल ‘नवरस‘ का चतुर्थ संस्करण शानदार नृत्य, क्लासिकल एवं फ्यूजन संगीत, एक्सपेरिमेंटल नाटकों, कलाकारों के इंटरेक्टिव सैशंस सहित अनेक गतिविधियों का गवाह बनेगा। यह फेस्टिवल 16 फरवरी से 24 फरवरी तक जेकेके परिसर में विभिन्न स्थानों पर आयोजित किया जाएगा।
जेकेके की महानिदेशक, पूजा सूद ने बताया कि जेकेके अपने सर्वाधिक लोकप्रिय परफॉर्मिंग आर्ट्स फेस्टिवल ‘नवरस‘ के चतुर्थ संस्करण को प्रस्तुत करते हुए काफी गर्व महसूस कर रहा है। इसके गत संस्करणों की तरह इस बार भी जयपुर के दर्शकों के लिए संगीत, नृत्य एवं रंगमंच के अनेक अनूठे कार्यक्रम पेश किए जाएंगे। यह फेस्टिवल पारम्परिक परफॉर्मिंग आर्ट्स की सीमाओं को तोड़ने और नया जानने का पर्याय बन चुका है।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
इस फेस्टिवल की शुरूआत मंजरी चतुर्वेदी की सूफी कत्थक नृत्य
प्रस्तुति के साथ होगी। उनके द्वारा एक्सपेरिमेंटल प्रोडक्शन ‘ओ जुगनी
पंजाब दी’ की प्रस्तुत की जाएगी। कत्थक के माध्यम से यह प्रस्तुति नृत्य,
संगीत एवं स्टोरीटेलिंग का बेहतरीन संयोजन होगी। इस मेगा फेस्टिवल के दौरान
जेकेके में अनेक नाट्य प्रस्तुतियां भी होंगी।
इनमें मानव कौल की ‘चुहल‘;
पूर्वा नरेश की ‘बंदिश 20-20000 हर्ट्ज’ और सुरजीत की ‘नर्वस‘ कुछ प्रमुख
प्रस्तुतियां हैं। जेकेके के स्वयं का प्रोडक्शन एवं अभिषेक मजूमदार के
नाटक ‘ईदगाह के जिन्नात‘ इस फेस्टिवल का विशेष आकर्षण होगा, जिसका नवरस के
दौरान 18 फरवरी को प्रीमियर होगा। 19 फरवरी को इसका पुनः मंचन किया जाएगा।
फेस्टिवल
के तहत ‘मीट द आर्टिस्ट‘ सैशंस भी आयोजित किए जाएंगे, जिनमें दर्शकों को
अपने पसंदीदा कलाकारों के साथ वार्ता करने और उनकी विभिन्न प्रस्तुतियों की
अवधारणाओं को समझने का अवसर प्राप्त होगा। इन सत्रों में दर्शक मंजरी
चतुर्वेदी, पूर्वा नरेश, स्मिता बेल्लुर, सुरजीत, दानिश हुसैन और विक्रम
अयंगर जैसे कलाकारों से सीधा संवाद कर सकेंगे।
‘नवरस‘ के तहत 17
फरवरी को फ्लूट सिस्टर्स - देबोप्रिया एवं सुचिस्मिता द्वारा और 24 फरवरी
को छन्नू लाल मिश्रा द्वारा सुमधुर ‘मॉर्निंग राग‘ प्रस्तुत किया जाएगा। 24
फरवरी को ‘राम संपत एंड द राजस्थान ऑल स्टार्स‘ के विशेष सहयोग से
समसामयिक एवं स्थानीय संगीत का फ्यूजन पेश किया जाएगा। फेस्टिवल में आयोजित
होने वाले अनेक स्टोरीटेलिंग सैशंस में से दानिश हुसैन के बहुभाषीय
‘किस्सेबाजी’ के अतिरिक्त रसिका द्वारा प्रस्तुत उपन्यासकार, अमृता प्रीतम
की ‘हमारी अमृता’ प्रमुख होंगे।