नई दिल्ली। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और सीबीआई विवाद को लेकर राजनीतिक रूप धारन कर लिया है। इससे देश के राजनीतिक दल दो धड़ों के रूप में बंटते नजर आ रहे हैं। इसमें मोदी सरकार के विरोधी सब ममता बनर्जी के पक्ष में उतर गए हैं। आपको बताते जाए कि सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेताओं ने इस घटना के बारे में क्या कहा है।
कर्नाटक मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ने कहा कि यह अच्छी बात नहीं है।
मुझे लगता है कि केंद्र सरकार को सही तरीके से व्यवहार करना चाहिए और राज्य
पर विश्वास करना चाहिए। केंद्र सरकार संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर
रही है। यह भविष्य के लिए अच्छा नहीं है। विपक्षी नेताओं के साथ केंद्र
सरकार यह कैसा व्यवहार कर रही है।
बिहार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बताया कि
ये बातें केवल वे लोग ही बता सकते हैं जो इसे कर रहे हैं। मैं इस तरह की
बातों पर प्रतिक्रिया नहीं देता हूं। सीबीआई और सवालों के घेरे में सरकार
ही ये सब बताएगी। जब तक चुनाव आयोग तारीख की घोषणा नहीं करता, तब तक देश
में कुछ भी हो सकता है।
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राज्यसभा में विपक्ष के नेता
गुलाम नबी आजाद ने सरकार पर विपक्षी दलों को कुचलने का आरोप जड़ दिया है।
आजाद ने कहा कि जिस दिन से भाजपा केंद्र की सत्ता में आई है, उस दिन से
उनका ध्यान देश की समस्याओं पर बिल्कुल नहीं है। उनका ध्यान सिर्फ विपक्षी
पार्टियों को कुचलने में हैं। इसी पर पिछले पांच साल से उनका ध्यान रहा है।
बीजेपी से ज्यादा भ्रष्ट पार्टी इस देश में कोई नहीं है।
समाजवादी
पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि पश्चिम बंगाल के अलावा ऐसे में
मामले कई और राज्यों में सामने आए हैं। जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं,
वैसे-वैसे भाजपा ने सीबीआई का गलत ढंग से इस्तेमाल करना प्रारंभ कर दिया
है। यह बात सिर्फ मैं या समाजवादी पार्टी नहीं, बल्कि सभी पार्टियां कह रही
हैं।
इस मसले पर शिवसेना के संजय राउत ने कहा कि यदि पश्चिम
बंगाल जैसे बड़े राज्य की मुख्यमंत्री धरने पर हैं तो यह गंभीर मामला है।
यह मामला ममता बनर्जी बनाम सीबीआई है या ममता बनर्जी बनाम बीजेपी, हम इसका
पता लगाएंगे। यदि सीबीआई का गलत ढंग से इस्तेमाल हो रहा है ते यह देश और
एजेंसी की प्रतिष्ठा एक बड़ा सवाल खड़ा हो गया है।
आंध्र प्रदेश
के सीएम चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि आज हम लोग विपक्षी दलों के साथ इस
संबंध में नई दिल्ली में चर्चा करेंगे और देश भर में आंदोलन की योजना
बनाएंगे। इस मामले पर टीडीपी के सांसद अन्य विपक्षी सांसदों के साथ संसद
में मजबूती से विरोध प्रदर्शन करेंगे।
आम आदमी पार्टी के प्रमुख और
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ममता बनर्जी के समर्थन में खुलकर आ
गए हैं। वह ममता को समर्थन देने के लिए कोलकाता भी जा सकते हैं। पार्टी के
राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने 267 नियम के तहत सभी काम रोककर सीबीआई के
मिसयूज को लेकर चर्चा करने की मांग की है।
टीएमसी नेता डेरेक ओ
ब्रायन ने कहा कि हमने सभी विपक्षी पार्टियों से इस मामले पर बात की है। हम
लोग इस मामले को लेकर आगे जाएंगे। हम लोगों को देश, संविधान और संघीय
संरचना की रक्षा करनी होगी। आज सभी विपक्षी पार्टियां इस मामले को लेकर
चुनाव आयोग जाएंगी।
पूर्व पीएम एचडी देवगौड़ा भी ममता बनर्जी के समर्थन
में आ गए हैं। उन्होंने कहा कि कल सीबीआई कोलकाता के कमिश्नर को गिरफ्तार
करने के लिए उनके आवास पर गई। यह सीबीआई का मिसयूज है। यह स्थिति तो
आपातकाल से भी खराब है। जिस तरह के घटनाक्रम पश्चिम बंगाल में कल रात से
सामने आए हैं उससे साफ है कि सीबीआई के इस्तेमाल में पीएम जरूरत से ज्यादा
सक्रिय हैं।
नेशनल कॉन्फे्रंस के नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व
मुख्यमंत्री फारूख अब्दुल्ला ने कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता
बनर्जी के आरोप बिल्कुल सही हैं। देश खतरे में है, क्योंकि यह तानाशाही की
तरफ बढ़ रहा है। केंद्र सरकार देश की मालिक नहीं है। जनता इस देश की मालिक
है।
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के नेता राज ठाकरे ने बताया कि
हम ममता बनर्जी द्वारा केंद्र सरकार की निरंकुशता और अत्याचार के खिलाफ
उठाए गए कदम की सराहना और समर्थन करते हैं। हम इस अत्याचार के खिलाफ ममता
बनर्जी के खिलाफ मजबूती से खड़े हैं।
केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावडेकर
ने एक प्रेस कान्फ्रेंस को संबोधित करते हुए इसे राजदारों को बचाने की
कोशिश करार दिया। उन्होंने कहा कि चिटफंड घोटाले में ममता सरकार भागीदार है
और इसलिए वह अपने राज बचाने की कोशिश कर रही है। पश्चिम बंगाल में
संविधान की हत्या हो रही है और मोदी सरकार को तानाशाह बताने वालीं ममता
खुद तानाशाही पर उतर गई हैं। आज कई विपक्षी दल ममता बनर्जी के समर्थन में
एक हुए हैं। यह महागठबंधन भ्रष्टाचार का बंधन है जो क्षेत्र के आधार पर
बंटा है और भ्रष्टाचार के आधार पर जुड़ा है।
आपको बताते जाए कि रविवार
शाम सारदा और रोजवैली चिटफंड घोटाले के सिलसिले में पूछताछ के लिए सीबीआई
की एक टीम कोलकाता पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार के घर पहुंची थी। तुरंत ही
राज्य पुलिस के आला अधिकारी वहां पहुंच गए और सीबीआई टीम को रोक लिया। इसी
बीच ममता बनर्जी भी कुमार के घर पहुंचीं। पुलिस ने सीबीआई के 5 अफसरों को
हिरासत में ले लिया, जिन्हें बाद में छोड़ दिया गया। पुलिस टीम कोलकाता में
सीबीआई के जॉइंट डायरेक्टर को गिरफ्तार करने के लिए उनके घर पहुंच गई।
ममता सीबीआई की कार्रवाई को केंद्र की राजनीतिक साजिश बताकर मेट्रो चैनल पर
कोलकाता पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार के साथ धरने पर बैठ गईं।