पूर्व वसुंधरा सरकार के दौरान कोटा में हुआ पीएचईडी विभाग में भ्रष्टाचार, यहां पढ़ें

www.khaskhabar.com | Published : शुक्रवार, 01 फ़रवरी 2019, 7:15 PM (IST)

सत्येंद्र शुक्ला
जयपुर । प्रदेश के जलदाय विभाग में कोटा जिले की अमृत योजना में पानी के मीटर लगाने की योजना में भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ है। विशिष्ठ शासन सचिव ( प्रथम ) जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग ने कोटा के जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिशासी अभियंता अरविंद खींची ( नगर खंड द्वितीय ) को निलंबित कर दिया गया है। वहीं निदेशक डब्ल्यू एसएसओ जयपुर को मामले की जांच के आदेश दिए गए है।प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में पता चला है कि कोटा में अमृत योजना के तहत कोटा कार्यालय की तरफ से मार्च 2018 तक 56000 मीटरों का निरीक्षण करने की बात कही गई थी, लेकिन 31 जनवरी 2019 तक सिर्फ 5000 मीटर ही साइट पर लगाए गए है। इसके अलावा कोटा कार्यालय के अधिकारियों ने मार्च 2018 और अक्टूबर 2018 में कुल लगभग 20600 मीटरों के लिए एडवांस धनराशि के रूप में 6.3 करोड़ रुपये का भुगतान संबंधित फर्म को कर दिया। जबकि टेंडर की शर्तों के मुताबिक अग्रिम भुगतान मीटरों के साइट पर पहुंचने के बाद ही किया जाना था। कुल मिलाकर प्रारंभिक जांच में यह खुलासा हुआ है कि कोटा के जलदाय विभाग के अधिकारियों ने 5000 मीटरों के विरूद्ध 20600 मीटरों को लेकर 6.3 करोड़ का भुगतान का अग्रिम भुगतान कर दिया। अब इस खुलासे के बाद मुख्य अभियंता (शहरी और एनआर डब्लू) ने अन्य शहरों में चल रहे कार्यों की समीक्षा करने के निर्देश दिए है।

ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे