उप्र : बांदा में 2 बालू खदान सीज, 143 ओवरलोड ट्रक जब्त

www.khaskhabar.com | Published : सोमवार, 28 जनवरी 2019, 4:47 PM (IST)

लखनऊ/बांदा। उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में अवैध बालू का खनन पाए जाने पर भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग की निदेशक ने दो दिनी औचक छापेमारी के बाद पैलानी क्षेत्र के केन नदी की सांडी खादर की दो बालू खदानों को सीज कर अन्य 15 खदानों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। 143 ओवरलोड ट्रकों को भी जब्त किया गया है। तिंदवारी क्षेत्र से भाजपा विधायक ने जिलाधिकारी और खनिज अधिकारी को अवैध बालू खनन में सीधे तौर पर दोषी ठहराते हुए कार्रवाई की मांग की है।

भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग की निदेशक डॉ. रोशन जैकब (आईएएस) ने रविवार को बताया कि बांदा जिले में संचालित बालू खदानों में केन नदी की जलधारा और आवंटित क्षेत्र से अधिक पर अवैध बालू खनन की की शिकायतें मिलती रही हैं। उन्होंने गुरुवार और शुक्रवार की रात कई बालू खदानों में औचक छापेमारी की थी।

उन्होंने बताया कि पैलानी तहसील क्षेत्र की केन नदी की सांडी खादर बालू खदान संख्या-04 रकबा-13.00 हेक्टेयर आवंटी चौधरी ईंट उद्योग ने अपने स्वीकृत क्षेत्र में प्रपत्र ई-एमएम-11 में उल्लिखित मात्रा से अधिक खनन कर परिवहन किया जाना पाया गया है, जो अवैध खनन की श्रेणी में आता है। अधिक परिवहन की गई बालू की मात्रा पर रॉयल्टी एवं रॉयल्टी का पांच गुना खनिज मूल्य की वसूली की जाएगी।

डॉ. रोशन ने बताया कि पट्टाधारक द्वारा खनन पट्टा क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरा नहीं लगाए गए व बालू का मूल्य प्रदर्शित किए जाने वाला बोर्ड भी नहीं पाया गया है। जो खनन पट्टा की शर्तो का उल्लंघन करने के कारण नियम-59 में दी गई शक्तियों का अधिरोपण कर देय शमन की धनराशि की वसूली की जाएगी, धनराशि न जमा करने पर पट्टा निरस्तीकरण किया जाएगा। इस बीच बालू खदान सीज रहेगी।

उन्होंने बताया कि इसी तरह सांडी खादर गांव के गाटा संख्या 176, 179, 180, 177, 147, 144, 141, 142, 145, 122, 121, 114 व 117 के भाग रकबा-46.00 हेक्टेयर सिल्वर लाइन ऑटो मोबाइल के नाम पांच साल के लिए आवंटित है। इस पट्टाधारक द्वारा केन नदी की जलधारा में खनन किए जाने के साक्ष्य मिले हैं और आवंटित क्षेत्र से अधिक में बालू का खनन व परिवहन नियम विरुद्ध किया है। इसे भी सीज कर दिया गया है और शमन धनराशि न जमा करने पर पट्टा निरस्त किया जाएगा।

निदेशक ने बताया कि छापेमारी के दौरान दोनों बालू खदानों से 143 ओवरलोड जब्त किए गए हैं, साथ ही अन्य 15 बालू खदानों को कारण बताओ जारी कर खनिज अधिकारी को उनकी तत्काल पैमाइश (नाप) करवाने को कहा गया है।

डॉ. जैकब ने बताया कि जब्त किए 143 ओवरलोड ट्रकों की सुपुर्दगी न लेने और जांच में असहयोग करने के आरोप में दो पुलिस चौकी प्रभारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है।

उधर, तिंदवारी से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक बृजेश कुमार प्रजापति ने कहा कि भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग की निदेशक की इस कार्रवाई से स्पष्ट है कि जिलाधिकारी और खनिज अधिकारी की सह पर बालू माफिया अवैध खनन कर रहे थे और मुख्यमंत्री से शिकायत के बाद भी इन दोनों अधिकारियों ने अमल नहीं किया। इससे साबित होता है कि अवैध बालू खनन के कारोबार में दोनों अधिकारी सीधे तौर पर संलिप्त रहे हैं, लिहाजा दोनों के खिलाफ भी दंडात्मक कार्रवाई की जाए।

कुछ दिनों पूर्व किसानों और सामाजसेवियों की शिकायत पर अपर जिलाधिकारी और अपर पुलिस अधीक्षक ने रात में अचानक छापेमारी कर अवैध खनन में संलिप्त सात पोकलैंड मशीनें और करीब दो सौ से ज्यादा ओवरलोड ट्रक पकड़े थे, लेकिन सुबह अधिकारियों के कथित दबाव पर छोड़ दिया गया था।

(आईएएनएस)

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