धर्मशाला। ‘‘अखण्ड शिक्षा ज्योति, मेरे स्कूल से निकले मोती’’ कार्यक्रम का आयोजन राणा मान चन्द मेमोरियल राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सुलाह में किया गया। कार्यक्रम में मुख्यतिथि के रूप स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री, विपिन सिंह परमार ने शिरकत की जबकि कायर्क्रम की अध्यक्षता हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष , डाॅ. सुरेश कुमार सोनी ने की।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सरकारी स्कूलों की विश्वसनीयता व नामांकन बढ़ाने के लिये ‘‘अखण्ड शिक्षा ज्योति, मेरे स्कूल से निकले मोती’’ योजना आरम्भ की गई है। विभिन्न क्षेत्रों में मुकाम हासिल करने में पूर्व छात्रों को सम्मानित करने देश की अपनी तरह की पहली और अनूठी योजना है, जिससे पूर्व छात्रों को स्कूलों से जोड़कर बच्चों के बेहतर भविष्य के लिये प्रेरित होने का मार्ग प्रशस्त होगा।
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उन्होंने कहा कि प्रदेश में विद्यार्थियों को गुणात्मक शिक्षा
प्रदान करने की दिशा में विशेष प्रयास किये जा रहे हैं और इस दिशा में नई
योजनायें भी आरम्भ की गई हैं। उन्होंने कहा कि इस वर्ष शिक्षा पर 7044
करोड़ रुपये का व्यय किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि शिक्षण को अधिक रोचक
एवं आनंदमयी करने के लिये प्रदेश सरकार ने टीचर ऐप आरम्भ किया है, ताकि
बच्चों को बेहतर तरीके से समझ आ सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मेधावी
छात्रों को इंजीनिरिंग, मेडिकल व अन्य प्रतिस्पर्धात्मक परीक्षाओं की
कोचिंग के लिये मेधा प्रोत्साहन योजना आरम्भ की गई है और इस योजना में
प्रति वर्ष 500 बच्चों को एक लाख रुपये की सहायता उपलब्ध करवाई जा रही है।
उन्होंने
कहा कि बच्चों और विभिन्न क्षेत्रों में नाम स्थापित करने वालों को एक साथ
सम्मनित करने से युवा पीढ़ी को ऐसी विभूतियों से प्रेरणा प्राप्त होगी।
उन्होंने कहा कि सरकार ने प्रदेश के सभी स्कूलों में ‘‘अखण्ड शिक्षा
ज्योति, मेरे स्कूल से निकले मोती’’ कार्यक्रम के आयोजन
का निर्णय लिया
है, ताकि बच्चों को ऐसे लोगों से आगे बढ़ने की प्रेरणा प्राप्त हो। उन्होंने
कहा कि प्रदेश से नशे को जड़ से उखाड़ फैंकने के लिए सख्त कानून बनाया गया
है। उन्होंने बच्चों से नशे से दूर रहने का आहवान भी किया।