पटना। बिहार की राजनीति में मकर संक्रांति के मौके पर दही-चूड़ा भोज का आयोजन कोई नई बात नहीं है, लेकिन इसमें आने वाले अतिथियों के चेहरे जरूर बदलते रहे हैं। इस वर्ष सोमवार को मकर संक्रांति के मौके पर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शमिल जनता दल (युनाइटेड) और लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) ने दही-चूड़ा भोज का आयोजन तो किया गया, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद और राबड़ी के आवास पर सन्नाटा पसरा रहा।
जद (यू) के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह के हार्डिग रोड (पटना) स्थित आवास पर हर साल की भांति इस बार भी बड़े पैमाने पर दही-चूड़ा भोज का आयोजन किया गया। इस भोज में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी सहित कई नेता शामिल हुए।
जद (यू) के प्रवक्ता नीरज कुमार ने बताया कि सिंह पिछले 25 से ज्यादा समय से मकर संक्रांति के मौके पर भोज का आयोजन करते आ रहे हैं। इस वर्ष इस भोज के लिए चंपारण, शाहाबाद, भागलपुर व बांका से चूड़ा मंगाए गए थे और नालंदा से सब्जी आई थी। पटना, गया और सासाराम से तिलकुट तो मोतिहारी से गुड़ लाया गया था।
उन्होंने बताया कि दिन में दही-चूड़ा भोज के बाद शाम में खिचड़ी-चोखा और पापड़ का इंतजाम किया गया है।
मकर संक्रांति के मौके पर लोजपा अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की ओर से भी सोमवार को दही-चूड़ा भोज का आयोजन किया गया। लोजपा के प्रदेश कार्यालय में आयोजित इस भोज में राज्यपाल लालजी टंडन के अलावा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी सहित राजग में शामिल सभी घटक दलों के नेताओं ने दही-चूड़े का आनंद लिया।
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इस मौके पर केंद्रीय मंत्री पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश को गले लगाकर
मकर संक्रांति की बधाई दी।
पर्व पर केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे और विधान पार्षद रजनीश कुमार ने भी
पटना में दही-चूड़ा भोज का आयोजन किया।
मकर संक्रांति के मौके पर सत्ताधारियों के घर जहां दही-चूड़ा भोज की धूम
रही, वहीं राबड़ी-लालू आवास पर सन्नाटा पसरा रहा। बेटे व नेता प्रतिपक्ष
तेजस्वी प्रसाद अखिलेश यादव को सपा-बसपा गठबंधन की बधाई देने लखनऊ गए हैं।
राजद के एक नेता की मानें तो राबड़ी आवास पर इस वर्ष चूड़ा-दही भोज नहीं
होने का कारण राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव का जेल में होना है।
भोज
नहीं होने के कारण महागठबंधन के नेताओं में मायूसी दिखी। यह लगातार दूसरा
साल है, जब राबड़ी आवास पर चूड़ा-दही भोज का आयोजन नहीं हुआ।
लालू अपनी पार्टी के साथ-साथ विरोधी दलों के नेताओं और
कार्यकर्ताओं को भी निमंत्रण देकर बुलाते थे। भोज में लालू अपने परिवार के
साथ खुद लोगों को चूड़ा-दही परोसते थे।
हालांकि, इस बीच कांग्रेस ने 15 जनवरी यानी मंगलवार को प्रदेश कार्यालय में
चूड़ा-दही भोज का आयोजन किया है, जिसमें महागठबंधन के सभी घटक दलों के
नेताओं को आमंत्रित किया गया है।
-आईएएनएस
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