चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय दुधौला (पलवल) में निर्माण कौशल अकादमी का उद्घाटन किया। उन्होंने इस अवसर पर प्रदेशवासियों को गुरु गोविंद सिंह जयंती, लोहड़ी व मकर संक्रांति की बधाई देते हुए कहा कि यह विश्वविद्यालय प्रदेश के युवाओं को हुनरमंद बनाने व उन्हें रोजगार के अवसर प्रदान करने में मील का पत्थर साबित होगा।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि यह देश का पहला अनूठा विश्वविद्यालय है, जहां पर कोर्स करने वाले प्रत्येक विद्यार्थी को प्राइवेट और सरकारी क्षेत्रों में रोजगार उपलब्ध होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आंकड़ों के अनुसार प्रति वर्ष दो लाख शिक्षित युवा बेरोजगारी की लाइन में खड़े हो रहे हैं, लेकिन सरकारी क्षेत्र में रोजगार के अवसर सीमित हैं, इसलिए प्राइवेट क्षेत्र में रोजगार या स्वरोजगार के अवसर बढ़ाने की आवश्यकता है, ताकि हर हाथ को काम मिल सके।
उन्होंने कहा कि युवाओं को हुनरमंद बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा चलाए गए कौशल विकास अभियान को ध्यान में रखते हुए प्रदेश में कौशल विश्वविद्यालय की स्थापना का निर्णय लिया गया। प्रधानमंत्री ने गत 19 नवंबर को इस विश्वविद्यालय की आधारशिला रखी थी। इसके बाद बहुत कम समय में निर्माण कौशल अकादमी की यह बिल्डिंग बनकर तैयार हो गई। इस विश्वविद्यालय का निर्माण तीन चरणों में होगा, जिसके बाद प्रतिवर्ष 12 हजार विद्यार्थी कुशलता, कौशल व हुनर लेकर सरकारी व प्राइवेट क्षेत्रों में रोजगार प्राप्त कर सकेंगे। इसके साथ ही यहां पर छोटी अवधि के सर्टिफिकेट कोर्स भी होंगे।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत में कौशल विकास 8 प्रतिशत है, जबकि
अमेरिका में 52 प्रतिशत, इंग्लैंड में 68 प्रतिशत, जर्मनी में 75 प्रतिशत,
जापान व चीन में 80 प्रतिशत तथा दक्षिण कोरिया में 96 प्रतिशत है। यह
विश्वविद्यालय कौशल विकास में भारत को नई दिशा प्रदान करने का कार्य करेगा।
मनोहर लाल ने गांव दुधौला के तालाब के जीर्णोद्धार की जिम्मेवारी
विश्वविद्यालय के कुलपति राज नेहरू को सौंपी तथा गांव दुधौला में विकास
कार्यों के लिए पंचायत को दो करोड़ रुपए देने तथा सामुदायिक केंद्र,
व्यायामशाला एवं पार्क बनाने की घोषणा की। इसी प्रकार, पृथला से धतीर सडक़
को सात मीटर से 10 मीटर चौड़ा करने तथा पृथला उप-तहसील की मांग को प्रदेश
स्तर पर बनी कमेटी के पास भेजने की भी घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने
निर्माण कौशल अकादमी का उद्घाटन करने के बाद विश्वविद्यालय के निर्माण
संबंधी कार्यों को देखा तथा भगवान विश्वकर्मा की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित
किए। उन्होंने बताया कि श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय में निर्माण
कौशल अकादमी के निर्माण पर 3 करोड़ 21 लाख रुपए की लागत आई है, जिसमें 250
से 500 युवाओं को प्रतिवर्ष प्रशिक्षित किया जाएगा। एक बैच में 60 मजदूरों
को ट्रेनिंग दी जा सकेगी। प्रारंभिक अवस्था में मेसन तथा बार्बेडर कोर्सेज
शुरू किये जा रहे हैं।
केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं
अधिकारिता राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने इस अवसर पर कहा कि इस
विश्वविद्यालय के निर्माण से दुधौला व आस-पास के क्षेत्र की पहचान देश के
मानचित्र पर होगी। उन्होंने कहा कि फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र में पिछले
साढ़े 4 साल में गांवों में सचिवालय व व्यायामशालाएं बनाने, सडक़ों को चौड़ी
व सुंदर बनाने, 185 करोड़ रुपये की रैनीवेल योजना के तहत गांवों में मीठे
पानी की व्यवस्था करवाने, आधा दर्जन गांवों में महिला महाविद्यालय बनाने,
पलवल में एलिवेटिड पुल बनवाने, मैट्रो का विस्तार, फरीदाबाद को मंडल का
दर्जा देने, फसलों का उचित दाम व मुआवजा देने, गांवों में गलियां, नालियां,
बरातघर, सामुदायिक केंद्र व शमशानघाटों के सुधारीकरण संबंधी अनेक कार्य
करवाए गए हैं। इसके साथ ही सरकार ने एफएमडीए का गठन किया है, जिसके तहत यह
व्यवस्था होगी की जो राजस्व फरीदाबाद जिले से एकत्रित होगा वह धनराशि
फरीदाबाद के विकास पर ही खर्च होगी। इसके अलावा, फरीदाबाद व गुरुग्राम के
बीच करीब 6 हजार करोड़ रुपये से मैट्रो लाइन बिछाई जाएगी।
हरियाणा
के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री विपुल गोयल ने कहा कि यह विश्वविद्यालय
पृथला विधानसभा क्षेत्र के लिए एक बहुत बड़ी सौगात है। इस गांव ने 82 एकड़
जमीन विश्वविद्यालय के निर्माण के लिए देकर पुण्य का कार्य किया है।
उन्होंने कहा कि इस विश्वविद्यालय में बनने वाले भवन बहृुत जल्दी तैयार किए
जाएंगे। पृथला के विधायक टेकचंद शर्मा ने कहा कि विश्वकर्मा कौशल
विश्वविद्यालय इस क्षेत्र के चहुंमुखी विकास में अपना विशेष योगदान देगा।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने पृथला विधानसभा क्षेत्र में अनेक विकास
कार्यों की सौगात देकर इस क्षेत्र को विकास में अग्रणी बनाने का कार्य किया
है।