सिडनी। उप-कप्तान रोहित शर्मा (133) की शतकीय पारी भारत को शनिवार को यहां सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (एससीजी) में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए पहले वनडे मैच में जीत नहीं दिला सकी। पहले मैच में आस्ट्रेलिया ने भारत को 34 रनों से हरा दिया। ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए अपने मजबूत मध्यक्रम के संयुक्त प्रयास के दम पर निर्धारित 50 ओवरों में पांच विकेट खोकर 288 रन बनाए थे। भारतीय टीम पूरे ओवर खेलने के बाद भी नौ विकेट खोकर 254 रन ही बना सकी।
दाएं हाथ के तेज गेंदबाज झाई रिचर्डसन (4 विकेट) मैन ऑफ द मैच रहे। अगला वनडे 15 जनवरी को खेला जाएगा। सिडनी में लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम का मजबूत बल्लेबाजी क्रम ताश के पत्तों की तरह ढह गया और उसके सिर्फ चार बल्लेबाजी ही दहाई के आंकड़े को छू सके। चार रनों पर तीन विकेट खोने के बाद रोहित ने पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (51) के साथ मिलकर टीम को संभाला।
दोनों ने सुलझी हुई बल्लेबाजी की। एक ओर जहां रोहित स्ट्राइक रोटेट कर रहे थे और बीच में बड़े शॉट भी खेल रहे थे, वहीं धोनी ने विकेट पर पैर जमाने के लिए समय लिया और बाद में रोहित को स्ट्राइक देते रहे। धोनी ने 32वें ओवर की पहली ही गेंद पर एक रन लेकर अपना अर्धशतक पूरा किया। धोनी ने तकरीबन दो साल बाद वनडे में अर्धशतक लगाया है। इससे पहले उन्होंने दिसंबर 2017 में श्रीलंका के खिलाफ धर्मशाला में अर्धशतक लगाया था।
भारत को संकट से निकालती दिख रही इस साझेदारी को जेसन बेहरनडोर्फ ने तोड़ा। उन्होंने धोनी को 141 रनों के कुल योग पर आउट किया। धोनी ने अपनी पारी में 96 गेंदों का सामना किया और तीन चौकों के अलावा एक छक्का मारा। धोनी के आउट होने के बाद रोहित को दूसरे छोर पर साथी नहीं मिला। दिनेश कार्तिक 12 रनों के निजी स्कोर पर आउट हो गए।
रोहित खुद 221 के कुल स्कोर पर स्टोइनिस की गेंद पर बड़ा शॉट मारने के प्रयास में ग्लैन मैक्सवेल को कैच दे बैठे। उन्होंने अपनी पारी में 129 गेंदें खेलीं और 10 चौके तथा छह छक्के मारे। रोहित जब आउट हुए तब भी भारत की जीत दूर की कौड़ी लग रही थी। अंत में भुवनेश्वर कुमार 29 रन बनाकर नाबाद लौटे।
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इससे पहले, टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलिया को भुवनेश्वर
ने अच्छी शुरुआत नहीं करने दी और तीसरे ओवर में आठ के कुल स्कोर पर
ऑस्ट्रेलियाई कप्तान आरोन फिंच (6) को बेहतरीन इनस्विंगर पर बोल्ड कर दिया।
अपने पैर जमाने की कोशिश में लगे दूसरे सलामी बल्लेबाज एलेक्स कैरी (24)
41 के कुल स्कोर पर गेंदबाजी में बदलाव कर लाए गए कुलदीप यादव की गेंद पर
स्लिप में रोहित के हाथों लपके गए।
यहां से उस्मान ख्वाजा (59) और शॉन
मार्श (54) ने टीम को संभाला और स्कोर 133 तक ले गए। यहीं रवींद्र जडेजा की
गेंद पर ख्वाजा को पगबाधा आउट करार दे दिया गया। उन्होंने मार्श के साथ
तीसरे विकेट के लिए 92 रन जोड़े। ख्वाजा ने अपनी पारी में 81 गेंदों का
सामना कर छह चौके लगाए। मार्श ने पीटर हैंड्सकॉम्ब (73) के साथ चौथे विकेट
के लिए 53 रनों की साझेदारी की। मार्श का विकेट भी कुलदीप के हिस्से आया।
मार्श का विकेट 186 के कुल स्कोर पर गिरा।
उन्होंने अपनी पारी में 70
गेंदों का सामना किया जिन पर चार पर चौके मारे। ऑस्ट्रेलिया के लिए सबसे
ज्यादा रन बनाने वाले हैंड्सकॉम्ब 48वें ओवर की दूसरी गेंद पर भुवनेश्वर का
दूसरा शिकार बने। उन्होंने अपनी पारी में 61 गेंदें खेलीं और छह चौकों के
अलावा दो छक्के मारे। स्टोइनिस 43 गेंदों पर दो चौके और दो छक्कों की मदद
से 47 रन बनाकर नाबाद रहे। भारत के लिए कुलदीप और भुवनेश्वर ने दो-दो विकेट
लिए। जडेजा के हिस्से एक विकेट आया।
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