किसानों को धान की फसल लगाने वाली मशीनों पर मिलेगी 50 प्रतिशत सब्सिडी

www.khaskhabar.com | Published : मंगलवार, 08 जनवरी 2019, 9:25 PM (IST)

चंडीगढ़। किसानों को धान की फसल लगाने वाली मशीनरी के प्रति उत्साहित करने के लिए पंजाब सरकार ने धान लगाने वाली मशीनों पर 40 से 50 प्रतिशत सब्सिडी मुहैया करवाने के लिए व्यापक योजना बनायी है जिसके साथ मज़दूरों की कमी की समस्या दूर होगी।

कृषि विभाग द्वारा छोटे, सीमांत और अनुसूचित जातियों से सम्बन्धित किसानों और किसान महिलाओं को धान की फ़सल लगाने वाली मशीनरी पर 50 प्रतिशत जबकि बाकी किसानों को 40 प्रतिशत सब्सिडी मुहैया करवाई जायेगी।

विभाग ने सब्सिडी वाली मशीनरी खरीदने के इच्छुक किसानों से 20 जनवरी तक आवेदन माँगें हैं जिससे जून और जुलाई महीनों में धान की बुआई सीजन के मद्देनजऱ मशीनों का प्रबंध करने के लिए उचित बंदोबस्त किये जा सकें। इच्छुक किसान सम्बन्धित जि़लों में ब्लॉक कृषि विकास अधिकारी या जिला कृषि अधिकारी को आवेदन दे सकते हैं।

यह प्रगटावा करते हुए कृषि सचिव के.एस. पन्नू ने बताया कि पंजाब में धान की बुआई और गन्ने की कटाई को छोडकऱ बाकी सभी फसलों की खेती का मशीनीकरण हो चुका है क्योंकि इन दोनों फसलों की खेती अभी तक हाथ से होती है। उन्होंने कहा कि सावन की फ़सल सीजन के दौरान जून और जुलाई के महीनों में धान की बुवाई के लिए दूसरे राज्यों से बड़ी संख्या में मज़दूर आते हैं परन्तु पिछले कुछ सालों के दौरान राज्य में बाहर से आने वाले मज़दूरों की संख्या में बड़ी कमी आई है। इसके मद्देनजऱ राज्य सरकार ने किसानों को धान की फसल लगाने वाली मशीनरी का प्रयोग करने की तरफ प्रेरित करने का फ़ैसला लिया है जिसके अंतर्गत किसानों को सब्सिडी पर मशीनों की सप्लाई की जा रही है।

पन्नू ने आगे बताया कि कृषि विभाग द्वारा यह मशीनें तैयार करने वाली कंपनियों की सूची (समेत कीमत) अपनी वैबसाईट पर जारी कर दी गई है जिससे इच्छुक किसान वाजिब कीमतों पर यह मशीनें खरीद सकें।

कृषि सचिव ने बताया कि धान की फसल लगाने वाली मशीनें दो तरह की हैं जिनमें से एक पीछे चलते हुए धान की फसल लगाने वाली मशीन है जो एक व्यक्ति और एक सहायक समेत चलाई जा सकती है। यह मशीन एक दिन में चार से छह एकड़ में धान की फसल लगा सकती है जबकि 6-8 सिआड़ वाली स्व-चालित मशीन प्रति दिन 10 से 12 एकड़ धान की फ़सल लगाती है। उन्होंने बताया कि यह मशीनें पंजाब कृषि यूनिवर्सिटी की सिफारिशों के अनुसार धान की एकसमान बुवाई को यकीनी बनाती हैं।

पन्नू ने बताया कि पीछे चलते हुए धान की फसल लगाने वाली 4-6 सिआड़ वाली मशीन पर 1.5 लाख रुपए तक 50 प्रतिशत सब्सिडी जबकि 1.20 लाख रुपए तक 40 प्रतिशत सब्सिडी मुहैया करवाई जायेगी। इसी तरह 4-8 सिआड़ वाली स्व-चालित मशीन के लिए 5 लाख रुपए तक 50 प्रतिशत सब्सिडी जबकि 4 लाख रुपए तक 40 प्रतिशत सब्सिडी प्रदान की जायेगी। इसी तरह 8 सिआड़ से अधिक वाली स्व-चालित मशीन के लिए 8 लाख रुपए तक 50 सब्सिडी जबकि 6.50 लाख रुपए तक 40 प्रतिशत सब्सिडी मुहैया करवाई जायेगी।

पन्नू ने बताया कि धान की बुवाई के मशीनीकरण में मुख्य चुनौती पनीरी की बिजाई है। राज्य सरकार द्वारा धान की फ़सल लगाने वाली मशीनें बनाने वाली कंपनियों को कहा गया है कि किसानों को प्रशिक्षण प्राप्त श्रमिकों के द्वारा धान की पनीरी बीजने में मदद की जाये जिससे धान की पनीरी की बिजाई बेहतर ढंग से हो सके।

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