बीकानेर सिरेमिक सेंटर के कार्यों को प्रचारित करें - डॉ. पाठक

www.khaskhabar.com | Published : मंगलवार, 08 जनवरी 2019, 7:25 PM (IST)

जयपुर। प्रदेश के उद्योग आयुक्त डाॅ. कृृष्णकांत पाठक ने बीकानेर सिरेमिक इलेक्ट्रिकल एण्ड डवलपमेंट सेंटर के कार्यों में विस्तार के साथ ही विविधिकरण की आवश्यकता प्रतिपादित की है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार की इस संस्था को विद्युत कंपनियों द्वारा तैयार किए जाने वाले सिरेमिक इंस्यूलेटर सहित 16 प्रकार की गुणवत्ता जांच की सुविधा उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि इस केन्द्र को नेशनल एक्रीडिएशन बोर्ड फार टेस्टिंग एण्ड क्रेलिब्रेशन (एनएबीएल) गुणवत्ता जांच के लिए मान्यता प्राप्त है। प्रदेश की बिजली उत्पाद बनाने वाली कंपनियों को गुणवत्ता जांच सुविधा का लाभ प्राप्त करना चाहिए।

आयुक्त डाॅ. पाटक मंगलवार को उद्योग भवन में बीकानेर इंजीनियरिंग काॅलेज में राज्य सरकार द्वारा स्थापित व काॅलेज द्वारा संचालित सेंटर के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने बताया कि देश में सरेमिक इंस्यूलेटर उत्पादन का बीकानेर प्रमुख केन्द्र है। उन्होंने बताया कि इंस्यूलेटर की गुणवत्ता प्रमाण पत्र अनिवार्य होने के बावजूद दिल्ली व अन्य प्रदेशों से गुणवत्ता जांच पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य की सिरेमिक इंस्यूलेटर इकाइयों के उत्पादों की गुणवत्ता जांच के लिए बीकानेर सेंटर को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।

उद्योग आयुक्त डाॅ. पाठक ने बीकानेर सिरेमिक इलेक्ट्रिकल एण्ड डवलपमेंट सेंटर द्वारा अन्य सिरेमिक उत्पादों की भी गुणवत्ता जांच सुविधा आरंभ करने की संभावना तलाशने, प्रदर्शनियां आयोजित करने, संग्रहालय बनाने और सस्थान के कार्यों की जानकारी लोगों खासतौर से उत्पादक कंपनियों तक पहुंचाने को कहा ताकि उत्पादक कंपनियां सेंटर की सुविधाओं का लाभ उठा सके।

अतिरिक्त निदेशक पीके जैन ने बताया कि बीकानेर क्षेत्र में सिरेमिक की उपलब्धता को देखते हुए उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए 2006 में इस केन्द्र की स्थापना बीकानेर कालेज में की गई और 20010 में इसे सेंटर को विस्तारित किया गया।

कालेज के प्राचार्य डाॅ. जेपी भामू ने बताया कि सेंटर द्वारा विजुअल परीक्षण, वेरिफिकेशन आॅफ डायमेंशन, विजिवल डिस्चार्ज, ड्राई पावर फ्रिक्वेंसी वोल्टेज विदस्टेण्ड व फ्लेसओवर, वेट पांवर फ्रिक्वेंसी वोल्टेज विदस्टेण्ड व फ्लेसओवर सहित 16 प्रकार की गुणवत्ता जांच कर प्रमाण पत्र जारी करने की सुविधा है।

केन्द्र के परियोजना निदेशक डाॅ. उज्ज्वल कल्ला ने पावर पाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से विस्तार से संस्थान की गतिविधियों की जानकारी दी। इस अवसर पर सहायक निदेशक अमिताभ बोहरा भी उपस्थित रहे।

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