8 और 9 जनवरी को बैंक हडताल, कर्नाटन में ‘बंद’ को लेकर इन यूनियनों ने दिया समर्थन

www.khaskhabar.com | Published : सोमवार, 07 जनवरी 2019, 9:36 PM (IST)

नई दिल्ली। सेंट्रल ट्रेड यूनियन ने केंद्र सरकार के विरोध में 8 और 9 जनवरी को हड़ताल की घोषणा की है। ट्रेड यूनियन का कहना है कि केंद्र सरकार की नीतियां श्रमिकों के विरोध में हैं। इसके साथ ही यूनियन का यह भी कहना है कि केंद्र सरकार व्यापारियों के खिलाफ दमनकारी नीति चला रही है। जिसके विरोध में बंद का आह्वान किया गया है।

मीडिया रिपोट्र्स के अनुसार इस बंद में किसान भी हिस्सा लेंगे। सीपीआई के अतुल कुमार अंजान ने बताया कि 8 और 9 जनवरी को रेल रोको, रोड रोको के साथ प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि देश की आम जनता के साथ-साथ केंद्र सरकार की नीतियों से किसान भी परेशान हो चुके हैं। इसी को देखते हुए किसानों ने अपना समर्थन दिया है। किसान अपने-अपने क्षेत्रों में रोड जाम करेंगे जिससे कि देशव्यापी हड़ताल सफल हो सके।

इस बंद से कर्नाटक पर बड़ा प्रभाव पड़ सकता है, क्योंकि इस बंद के लिए अब राज्य में केएसआरटीसी और बीएमटीसी भी आगे आ चुकी है। वहीं 8 और 9 जनवरी को अब कर्नाटक में रिक्शा और बस सेवाएं बंद रहेंगी। कर्नाटक में इस हड़ताल के दौरान प्रदेशवासियों को यात्रा, बैंक सहित अन्य कई कामकाजों में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
कर्नाटक में क्या पड़ेगा बंद का प्रभाव...

परिवहन :
कर्नाटक राज्य सडक़ परिवहन निगम और बैंगलोर मेट्रोपॉलिटन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन के कर्मचारी भारत बंद के विरोध में भाग लेंगे जिसके कारण लाखों यात्रियों को समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। केएसआरटीसी स्टॉफ एंड वर्कर्स फेडरेशन के एक कोषाध्यक्ष, चंद्रगौड़ा एस, ने कहा, ‘हम सडक़ सुरक्षा बिल के खिलाफ हैं जो ड्राइवरों को निशाना बनाते हैं। उन्होंने कहा ‘लगभग 1.25 लाख कर्मचारी इस हड़ताल में भाग लेंगे और 26,500 बसें नहीं चलेंगी। इसमें बीएमटीसी सेवाएं भी शामिल हैं। राज्य में बंद के दौरान ऐप-आधारित टैक्सी, हवाई अड्डे की टैक्सी, एक्सप्रेस ट्रेनें, मेट्रो ट्रेनें और उड़ानें संचालित रहेंगी।

बैंकिंग सेवाएं : भारत बंद के विरोध में कर्नाटक में बैंकिंग सेवाओं पर बड़ा असर पड़ेगा। अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ और बैंक कर्मचारी महासंघ ने हड़ताल में अपनी भागीदारी की घोषणा की है।

बीमा, दूरसंचार और मनोरंजन : बीएसएनएल, एलआईसी और जीआईसी के कर्मचारी भारत बंद के आह्वान पर अपना समर्थन देने के लिए काम नहीं करेंगे। कर्नाटक फिल्म चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष एसए चिन्ने गौड़ा ने कहा कि अगर विरोध हिंसक हुआ तो वे स्क्रीनिंग बुलाएंगे।

स्कूल और कॉलेज :
भारत बंद के दौरान कर्नाटक में शैक्षणिक संस्थान खुले रहेंगे। शैक्षणिक संस्थानों को इस हड़ताल से दूर रखने का फैसला किया गया है। हालांकि कुछ स्कूलों ने 8 और 9 जनवरी को छुट्टी की घोषणा की है।

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