भरतपुर। जिला आरबीएम अस्पताल में मानवता शर्मशार हो गई जब जयपुर के लिए रैफर किए गए एक मरीज को करीब दो घण्टे स्ट्रेचर पर अस्पताल की सड़क पर जयपुर भेजे जाने के इन्तजार में परेशान होना पड़ा। दरअसल भीकम चंद नाम का एक व्यक्ति रेलवे स्टेशन पर भीख मांग कर अपना गुजर बिसर करता था भीकम चंद आगरा का रहने वाला था कल भीकम चंद अपने घर जाने के लिए आगरा जाने वाली ट्रैन में चढ़ा लेकिन उसका अचानक पैर फिसल गया और ट्रैन के नीचे आ जाने के कारण भीकम चंद का पैर कट गया।
जिसके बाद उसे इलाज के लिए आरबीएम अस्पताल लाया गया, लेकिन हालात खराब होने के कारण शुक्रवार को उसे सुबह 10 बजे जयपुर रेफर कर दिया रेफर करने के बाद सबसे शर्म की बात ये रही कि भीकम चंद को अस्पताल के बाहर लाकर स्टेचर पर लिटा दिया गया। मौके पर एंबुलेंस भी आ गई। लेकिन मरीज के साथ कोई अटेंडर मौजूद नहीं होने के कारण भीकम चंद को बाहर ही 02 घंटे तक इंतजार करना पड़ा। एंबुलेंस कर्मचारी नियम के बारे में बताते रहें लेकिन किसी भी कर्मचारी ने इतनी जहमत नहीं उठाई की उसे जयपुर इलाज के लिए भेजा जा सके।
घटना की शिकायत एसडीएम पुष्कर मित्तल से की गई। इसके बाद वहां नर्सिंग अधीक्षक रूप सिंह पहुंचे और उनके प्रयास के बाद कहीं जाकर वहां से भीकम चंद को जयपुर इलाज के लिए ले जाया गया। गौरतलब है कि जिला कलक्टर डा. आरुषि अजेय मलिक ने हाल ही अस्पताल के आकिस्मक निरीक्षण के दौरान पाई गई भारी कमियों एवं अव्यवस्थाओं को सुधारने के निर्देश दिए थे इसके बावजूद मरीजों को परेशान होना पड़ रहा है। इसके बावजूद भी अस्पताल की व्यवस्थाओं में सुधार नहीं है जबकि राज्य के स्वास्थ्य राज्यमंत्री डा. सुभाष गर्ग भी भरतपुर विधानसभा क्षेत्र से ही निर्वाचित हैं इसके बावजूद भी चिकित्सा सेवाओं में सुधार नहीं हो पा रहा है।
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