भुवनेश्वर। कांग्रेस की ओडिशा इकाई ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और बीजू जनता दल (बीजद) में सांठगांठ और राज्य के हितों की अनदेखी करने का आरोप लगाया। कांग्रेस ने यह आरोप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे के अगले दिन लगाया गया है, क्योंकि मोदी ने कई मुद्दों पर बीजद सरकार पर हमला बोला, लेकिन कथित कुशासन को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और उनकी पार्टी का नाम नहीं लिया।
ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी (ओपीसीसी) के अध्यक्ष निरंजन पटनायक ने कहा, "नवीन और मोदी दोनों ने ओडिशा के लोगों के साथ विश्वासघात किया है। वे भगवान जगन्नाथ का नाम लेते हुए लोगों को धोखा देने की कोशिश कर रहे हैं। भाजपा और बीजेडी के बीच गुप्त सांठगांठ के बारे में संदेह सही साबित हुआ है।"
उन्होंने नवीन पटनायक और नरेंद्र मोदी पर झूठे आश्वासन देकर लोगों को बेवकूफ बनाने की कोशिश करने का आरोप लगाया।
हालांकि, सत्तारूढ़ बीजद ने कहा कि उनकी पार्टी ने कांग्रेस और भाजपा दोनों से समान दूरी बनाए रखी है।
बीजद के सांसद प्रताप देब ने कहा, "हमने हमेशा भाजपा और कांग्रेस दोनों से समान दूरी रखी है। हम ओडिशा के लोगों के प्रति जवाबदेह हैं, क्योंकि उन्होंने लगातार चार बार हम पर विश्वास किया है और हमें भाजपा या कांग्रेस को जवाब देने की जरूरत नहीं है।"
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केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने कहा कि
प्रधानमंत्री ने राज्य में बढ़ते भ्रष्टाचार सहित कई मुद्दों पर राज्य
सरकार से सवाल किया।
उन्होंने पूछा, "सभी जानते हैं कि भ्रष्टाचार का दानव कौन है। चिट फंड
घोटाले मामले में कई लोग जेल में हैं। किसके विधायक और सांसद सलाखों के
पीछे हैं? पीसी (प्रतिशत कमीशन) कौन ले रहा है?।"
सोमवार को, खुरदा में एक रैली के दौरान मोदी ने भ्रष्टाचार, किसान मुद्दों,
कुपोषण और स्वच्छता को लेकर राज्य सरकार की आलोचना की थी।
प्रधानमंत्री से पूछा, "क्या कारण है कि चिट फंड से लेकर पीसी संस्कृति तक,
भ्रष्टाचार का दानव ओडिशा में इतना शक्तिशाली हो गया है? कौन इन दानव का
पोषण कर रहा है?"
-आईएएनएस
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