सज्जन कुमार को सजा दिए जाने के फैसले का स्वागत:कैप्टन अमरिन्दर सिंह

www.khaskhabar.com | Published : सोमवार, 17 दिसम्बर 2018, 8:05 PM (IST)

चण्डीगढ़ । पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने 1984 के दंगों के सम्बन्ध में सज्जन कुमार को सजा दिए जाने का स्वागत किया है और कहा है कि आज़ाद भारत के इतिहास की सांप्रदायिक हिंसा की इस भयानक घटना में पीडि़तों को आखिरकार न्याय दिया गया है ।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले ट्रायल कोर्ट द्वारा सज्जन कुमार को मुक्त करने के दिए फ़ैसले को पलटते हुए हाईकोर्ट ने एक बार फिर सिद्ध कर दिया है कि भारत में न्यायपालिका लगातार देश की लोकतांत्रिक प्रणाली के एक स्तंभ के तौर पर मज़बूती के साथ खड़ी है ।

कांग्रेस के पूर्व संसद मैंबर को दिल्ली हाईकोर्ट की तरफ से उम्र कैद दिए जाने के फ़ैसले पर प्रतिक्रिया प्रकट करते हुए कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि यह सजा, हिंसा के उन काले दिनों से उनके द्वारा लिए गए स्टैंड की पुष्टि करती है जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के संदर्भ में हज़ारों बेगुनाह सिख शिकार हुए थे ।

कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि वह इस मामले में सज्जन कुमार के साथ पूर्व कांग्रेसी नेताओं धर्म दास शास्त्री, एच.के.एल भगत, अर्जुन दास का नाम पिछले 34 सालों से प्राप्त सूचना के आधार पर ले रहे हैं जो उनको दंगों के दौरान दिल्ली के रेफ्यूजी कैंपों में पीडि़तों के साथ निजी तौर पर मिलने के दौरान प्राप्त हुई थी । कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने लंबे समय से प्रतीक्षित इस फ़ैसले का स्वागत किया है । दंगों से सम्बन्धित सज्जन कुमार एक मात्र कांग्रेस का जीवित नेता है जबकि बाकियों का देहांत हो चुका है।

कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि रेफ्यूजी कैंपों में पीडि़तों के साथ विचार-विमर्श के दौरान सज्जन कुमार का नाम बार -बार इस मामले में आया । पिछले हफ़्ते कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने 1984 के दंगों के मामले में फांसी की पहली सजा दिए जाने का भी स्वागत किया है ।

कैप्टन अमरिन्दर सिंह इन सालों के दौरान दंगों में व्यक्तिगत तौर पर मु_ीभर कांग्रेसी नेताओं के विरुद्ध सख़्त कार्यवाही किये जाने की माँग करते आ रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि सज्जन कुमार समेत इन नेताओं के पास पार्टी द्वारा कुछ भी अधिकृत नहीं था और इस घृणित अपराध के लिए सजा के हकदार थे ।

मुख्यमंत्री ने फिर दोहराया कि इन दंगों में न ही कांग्रेस पार्टी की और न ही गांधी परिवार की कोई भूमिका थी । उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के अपने राजनैतिक आकाओं द्वारा इस मामले में लगातार गांधी परिवार का नाम घसीटे जाने के लिए बादलों की तीखी आलोचना की जोकि राहुल गांधी के नेतृत्व में तीन राज्यों के हाल ही के विधानसभा चुनाव में लोगों द्वारा दिए गए स्पष्ट जनादेश के कारण पूरी तरह हिल चुके हैं ।

कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि हिंसा के पीछे कांग्रेस की कोई साजिश नहीं थी और उनकी तरफ से राहत कैंपों के किये गए दौरों के दौरान एक बार भी गांधी परिवार का नाम सामने नहीं आया था । मुख्यमंत्री ने कहा कि संकुचित राजनैतिक हितों के लिए इस विवाद और साजिश में गांधी परिवार का नाम घसीटा जा रहा है ।

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