भोपाल। मध्य प्रदेश में कमलनाथ के मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालते ही किसानों की
कर्जमाफी का आदेश जारी कर दिया गया है। यह आदेश कृषि विभाग के प्रमुख सचिव
डॉ. राजेश राजौरा के हस्ताक्षर से जारी किया गया है।
राजधानी के जंबूरी मैदान में सोमवार को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कमलनाथ
को राज्य के 18वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई। शपथ लेने के बाद
मुख्यमंत्री कमलनाथ सीधे सचिवालय पहुंचे, जहां उन्होंने कई फाइलों पर
दस्तखत किए।
कृषि विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. राजेश राजौरा के
हस्ताक्षर से सोमवार को जारी आदेश में कहा गया है कि 'राज्य में स्थित
राष्ट्रीयकृत तथा सहकारी बैंकों में अल्पकालीन फसल ऋण के रूप में शासन
द्वारा पात्र किसानों के दो लाख रुपये की सीमा तक का 31 मार्च, 2018 की
स्थिति में बकाया फसल ऋण को माफ किया जाता है।'
कांग्रेस ने चुनाव
से पहले वचनपत्र जारी किया था, जिसमें किसानों की कर्जमाफी सत्ता में आने
के 10 दिनों के भीतर करने का भरोसा दिलाया गया था। कमलनाथ के शपथ लेते ही
पहला जो सबसे बड़ा फैसला सामने आया है, वह किसानों की कर्जमाफी का ही है।
इससे पहले भोपाल के जम्बूरी मैदान में कमलनाथ ने मध्य प्रदेश के 18वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी।
इस अवसर पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी इस समारोह में शिरकत की।
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कमलनाथ ने शपथ ग्रहण समारोह के बाद चौहान और ज्योतिरादित्य सिंधिया के हाथ पकडक़र जनता का अभिवादन किया।
इस समारोह में मल्लिकार्जुन खड़गे, सांसद ज्योतिरादित्य
सिंधिया, आनंद शर्मा, कर्नाटक से कुमार स्वामी, एच डी देवेगोड़ा, समाजवादी
नेता शरद यादव, राकांपा के शरद पवार, प्रफुल्ल पटेल, नेशनल कॉफ्रेंस के
फारुख अब्दुल्ला, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट, कंप्यूटर
बाबा सहित महागठबंधन के नेता मौजूद रहे।
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