दूसरा टेस्ट : भारत की नजर 2-0 पर, ऑस्ट्रेलिया करना चाहेगा वापसी

www.khaskhabar.com | Published : गुरुवार, 13 दिसम्बर 2018, 5:30 PM (IST)

पर्थ। पर्थ स्टेडियम की पिच पिछले पांच दशकों से तेज गेंदबाजों के लिए मददगार रही है और टेस्ट क्रिकेट के बल्लेबाजों की असली परीक्षा इसी स्टेडियम की पिच पर होती है। ऐसे में ऑस्ट्रेलिया और भारत की टेस्ट टीमें अपने तेज गेंदबाजों पर निर्भर रहते हुए दूसरे टेस्ट मैच के लिए इस स्टेडियम में उतरेंगी। हालांकि, इस बार एक बिल्कुल नई पिच दोनों टीमों का स्वागत करेगी।

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार टेस्ट मैचों की सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच शुक्रवार से इस स्टेडियम में खेला जाना है, जिसमें भारत की कोशिश अपनी बढ़त को सीरीज में 2-0 से मजबूत करने की होगी और वहीं मेजबान टीम इसे 1-1 से बराबर करना चाहेगी। भारतीय टीम ने एडिलेड में खेले गए पहले टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया को 31 रनों से हराकर जीत हासिल की और 1-0 की बढ़त बनाई है।

एडिलेड ओवल मैदान पर भारतीय टीम की जीत उसके गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन और कप्तान विराट कोहली के योगदान के बगैर हासिल हुई थी और यह बेहद सकारात्मक तथ्य है। इस मैच में चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे ने टीम के लिए स्कोर हासिल किया था। हालांकि, चोटिल होने के कारण बाहर हुए रविचंद्रन अश्विन और रोहित शर्मा जैसे खिलाडिय़ों की अनुपस्थिति टीम को थोड़े दबाव में डाल सकती है। अश्विन कमर में चोट के कारण और रोहित पहले टेस्ट मैच में फील्डिंग के दौरान पीठ में लगी चोट के कारण पर्थ टेस्ट मैच से बाहर हो गए हैं।

इन दो खिलाडिय़ों के न होने से टीम का खेल प्रभावित हो सकता है, लेकिन ईशांत शर्मा, जसप्रीत बुमराह, उमेश यादव और भुवनेश्वर कुमार जैसे तेज गेंदबाजों के शामिल होने के कारण अश्विन की कमी अधिक नहीं खलेगी। जहां तक बल्लेबाजी की बात है, तो पुजारा और रहाणे इसका नेतृत्व अच्छे से करते नजर आ रहे हैं।

भारतीय टीम में उमेश यादव, हरफनमौला खिलाड़ी हनुमा विहारी और रवींद्र जडेजा को शामिल किया गया है। कोहली का मानना है कि भले ही बल्लेबाज 300 का स्कोर खड़ा करें, लेकिन अगर गेंदबाज 20 विकेट लेने में सक्षम हैं तो उनके लिए जीतना अधिक मुश्किल नहीं है। इस मैच के जरिए विहारी को खेलने का मौका मिल सकता है।

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दूसरी ओर, ऑस्ट्रेलिया को अपनी घरेलू पिच का सहारा है। उसके पास जोश हैजलवुड, मिशेल स्टार्क, नाथन लियोन जैसे गेंदबाज हैं और इनका लक्ष्य भारतीय टीम के लिए पहले टेस्ट मैच में सबसे अधिक मजबूत रहे पुजारा को जल्द ही पवेलियन भेजना होगा। ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी एडिलेड में खास कमाल नहीं कर पाई थी। ट्रेविस हैड और शॉन मार्श के अलावा कोई भी अन्य बल्लेबाज 40 से अधिक रन नहीं बना पाया था।

ऐसे में स्कोर 1-1 से बराबर करने के लिए उस्मान ख्वाजा और आरोन फिंच को अधिक मदद करनी होगी। पहले टेस्ट मैच में स्टार्क, कमिंस और लियोन ने निचले क्रम में अच्छी बल्लेबाजी की थी लेकिन मेजबान टीम को अच्छी शुरुआत की जरूरत है क्योंकि भारतीय टीम के गेंदबाज उन्हें अधिक क्षति पहुंचाने की क्षमता रखते हैं।

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