संन्यास के बाद गौतम गंभीर ने इस बात के लिए धोनी पर साधा निशाना

www.khaskhabar.com | Published : रविवार, 09 दिसम्बर 2018, 6:23 PM (IST)

नई दिल्ली। बाएं हाथ के अनुभवी सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने हाल ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया। उन्होंने अपना अंतिम मैच दिल्ली की ओर से रणजी ट्रॉफी में खेला। गंभीर ने अब काफी समय तक साथी क्रिकेटर रहे महेंद्र सिंह धोनी पर निशाना साधा है। गंभीर ने कहा कि वर्ष 2012 में ऑस्ट्रेलिया में आयोजित त्रिकोणीय वनडे सीरीज में धोनी ने घोषणा कर दी थी कि वर्ष 2015 में होने वाले विश्व कप को देखते हुए वे इसमें मुझे, सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग को नहीं खिलाएंगे। यह मेरे लिए तगड़ा झटका था, मेरे हिसाब से यह किसी भी क्रिकेटर के लिए बड़ा झटका होता।

मैंने कभी किसी से यह नहीं सुना कि उसे 2012 में ही बता दिया गया हो कि वह 2015 में होने वाले विश्व कप का हिस्सा नहीं होगा। मेरा हमेशा यही मानना रहा कि अगर आप रन बनाते रहते हैं तो उम्र का कोई मतलब नहीं होता। अगर आपके पास रन बनाने की क्षमता है तो आप जब तक चाहें तब तक खेल सकते हैं। हमें हमेशा ऐसा ही कहा जाता है।

हमें हालांकि ऑस्ट्रेलिया में खिलाने के लिए मना कर दिया गया था, लेकिन धोनी को यह फैसला बदलना पड़ा। जब हमें जीत की सख्त जरूरत थी तो होबर्ट में वीरू व सचिन ने ओपनिंग की और मैं तीसरे और विराट कोहली चौथे नंबर पर उतरे। हमें 37 ओवर में लक्ष्य हासिल करना था और हम वह मैच जीते।

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सीरीज की शुरुआत में हम साथ नहीं खेले और तब रोटेशन चल रहा था। जब जीत की सख्त जरूरत पड़ी तो धोनी ने हम तीनों को खिलाया। अगर आप कोई फैसला लेते हैं, तो इस पर दृढ़ रहना चाहिए। पलटना सही नहीं होता। पहले आपने कहा कि हमें नहीं खिलाएंगे, लेकिन बाद में आप हमें खिला रहे हैं। या तो पहले वाला या फिर बाद वाला फैसला गलत था। धोनी ने कप्तान के रूप में फैसला लिया था और यह हमारे लिए सदमा था। उल्लेखनीय है कि भारत ने तब 8 में तीन मैच जीते और एक टाई खेला। बेस्ट ऑफ थ्री फाइनल ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका के बीच खेले गए थे।

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