मध्य प्रदेश: EVM सुरक्षा में हुई लापरवाही, तहसीलदार सस्पेंड

www.khaskhabar.com | Published : रविवार, 02 दिसम्बर 2018, 10:57 AM (IST)

भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग 28 नवंबर को समाप्त हो चुकी है। अब यहां ईवीएम की सुरक्षा को लेकर एक नया विवाद खड़ा हो गया है। चुनाव आयोग ने स्वीकारा है कि मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में ईवीम स्ट्रॉंगरुम में जो सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे वो करीब एक घंटे के लिए खराब हो गए थे। बिजली नहीं होने के कारण वहां पर करीब एक घंटे के लिए कैमरे ने काम करना बंद कर दिया था। आपको बता दें कि इसी घटना के बाद ईवीएम के साथ छेड़छाड़ को लेकर विवाद खड़ा हो गया है।

चुनाव आयोग ने ये भी कहा है कि वोटिंग के तुरंत बाद ईवीएम मशीनों को सागर पहुंचाने में देरी करने वाले अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई होगी। चुनाव आयोग का कहना है कि 28 नवंबर को मतदान खत्म होने के तुरंत बाद ईवीएम मशीनों को सागर ले जाना चाहिए था लेकिन अधिकारियों की वजह से इसमें दो दिन की देरी हुई जिसके बाद ये विवाद खड़ा हो गया है। भोपाल कलेक्टर की तरफ से आई रिपोर्ट से ये पता चलता है कि ईवीएम स्ट्रॉंगरुम में लगाए गए सीसीटीवी कैमरा और एलईडी दोनों खराब हो गया था और करीब एक घंटे के लिए लिए काम करना बंद कर दिया था।

घटना मतदान के दो दिन बाद यानि कि 30 नवंबर की सुबह 8.19 से लेकर 9.35 तक का है। इसका कारण बिजली नहीं होना बताया गया है। इसके कारण उस पर्टिकुलर समय अवधि के दौरान अंदर की कैमरे की रिकॉर्डिंग नहीं हो पाई है।



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शनिवार को अधिकारियों ने बताया कि एक अतिरिक्त एलईडी स्क्रीन, एक इन्वर्टर और जेनरेटर लगाया गया है। आपको बता दें कि ईवीएम को लेकर हुई इस बड़ी लापरवाही के बाद राज्य में सियासत गर्म हो गई है। कांग्रेस ने सत्ता पार्टी पर ईवीएम के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया है। इसी सिलसिले में कांग्रेस प्रतिनिधियों ने शनिवार को चुनाव आयोग से मुलाकात कर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में ईवीएम की सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर की।

चुनाव आयोग ने कांग्रेस से आरोपों को नोट किया है लेकिन हालांकि आयोग का कहना है कि ईवीएम मशीनों के साथ किसी तरह की कोई छेड़ छाड़ नहीं की गई है।

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