ब्लास्ट की जांच NIA ने की प्रारंभ, सूचना देने पर 50 लाख का इनाम

www.khaskhabar.com | Published : सोमवार, 19 नवम्बर 2018, 10:10 AM (IST)

चंडीगढ़। पंजाब के अमृतसर शहर के नराजासांसी के अदावली गांव के संत निरंकारी भवन में हुए ब्लास्ट की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने करना प्रारंभ कर दिया है। एजेंसी का शक गोपाल सिंह चावला पर है जो आतंकी हाफिज सईद के साथ कुछ दिनों पूर्व देखा गया था। खुफिया एजेंसियों के मुताबिक चावला पंजाब में आईएसआई की सहायता से धमाके करने की योजना बना रहा था। वे ऐसे ऐप के जरिए स्थानीय युवाओं को अपने साथ जोड़ का प्रयासरत है जिसे आसानी से डिकोड नहीं किया जा सके। पंजाब सरकार ने घोषणा कर दी है कि जो इस घटना के सम्बंध में जानकारी देंगे उसको पचास लाख तक इनाम दिया जाएगा।

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उल्लेखनीय है कि पंजाब के अमृतसर जिले के राजसांसी इलाके में रविवार को निरंकारी सत्संग में चेहरा ढक कर मोटरसाइकिल से पहुंचे दो युवकों ने ग्रेनेड फेंक दिया। पुलिस ने कहा कि इस बड़े आतंकी हमले में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि 20 अन्य घायल हुए । यह ग्रेनेड हमला अमृतसर से करीब 15 किलोमीटर दूर स्थित आदिलवाल गांव में निरंकारी पंथ के सत्संग भवन में हुआ।


यह जगह अमृतसर के ग्रामीण इलाके में स्थित है, जो कि गुरु रामदास जी अमृतसर अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे से तीन किलोमीटर दूर है। प्रत्यक्षदर्शियों ने पुलिस को बताया कि चेहरा ढककर मोटरसाइकिल से आए दो युवक गेट पर मौजूद एक महिला पर पिस्तौल तानकर जबरन निरंकारी भवन के परिसर में घुस गए।

एक शख्स ने पुलिस को बताया कि सबकुछ महज कुछ मिनटों में हो गया। वे घुसे, ग्रेनेड फेंके और फरार हो गए। पीड़ित आसपास के गांवों के निरंकारी अनुयायी हैं, जो रविवार को साप्ताहिक धर्म सभा के लिए जुटे थे।

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उन्होंने कहा कि प्राथमिक जांच में अब तक सामने आया है कि चेहरे ढके दो लोग एक पिस्तौल लहराते हुए जबरन हॉल में घुस गए। इसमें से एक व्यक्ति दाढ़ी रखे हुए था। दोनों ने सेवादार को पकड़ लिया और प्रार्थना कक्ष में ग्रेनेड फेंक दिया, जिसके बाद वे एक मोटरसाइकिल पर बैठकर भाग निकले। सिंह ने कहा कि विस्फोट के कारण तीन इंच के व्यास का एक गड्ढा हो गया, जिसकी जांच फॉरेंसिक टीम कर रही है। ग्रेनेड का सुरक्षा वॉल्व भी बरामद कर लिया गया है।

मुख्यमंत्री ने एक बयान में कहा कि इस घटना में आईएसआई के खालिस्तानी/कश्मीरी आतंकी समूह की संभावना को नकारा नहीं जा सकता है। पुलिस टीमें विभिन्न कोणों से जांच कर रही हैं। बीते 18 महीनों में ऐसे 15 आतंकी गिरोहों का भांड़ाफोड़ किया जा चुका है, जिसमें कुछ के कश्मीरी आतंकियों से भी तार जुड़े हुए पाए गए हैं। मुख्यमंत्री ने प्रत्येक मृतक के करीबी रिश्तेदार को पांच लाख रुपये मुआवजे की भी घोषणा की है।
-आईएएनएस

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