अजीब है ये मोबाइल नंबर, जिसने भी खरीदा उसकी हो गई मौत

www.khaskhabar.com | Published : सोमवार, 12 नवम्बर 2018, 1:27 PM (IST)

नई दिल्ली। भूत या प्रेत के बारे में हमसभी ने बहुत से किस्से सुन रखें है, लेकिन देखा किसने है। हालांकि कई लोग यह दावा करते हैं कि हमने भूत देखा है। हमारा भूतों से सामना हुआ है। यह भी देखने में आया है कि किसी के शरीर में कोई भूत समा जाता है जिसे प्रेतबाधा से ग्रस्त व्यक्ति कहते हैं। लेकिन इस बात में कितनी सच्चाई यह कोई नहीं जानता है।

ऐसी ही एक खबर इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। सोशल मीडिया पर इन दिनों एक मोबाइल नंबर सुर्खियों में बना हुआ है। जिसको लेकर दावा किया जा रहा है कि ये मोबाइल नंबर भी भूतिया हो सकता है।

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ऐसा बताया जा रहा है कि पिछले दस सालों में जिन लोगों ने भी इस नंबर का इस्तेमाल किया उनकी मौत हो गई। जी हां, एक ऐसा मोबाइल नंबर है जिसे जिसने भी खरीदा उसको मौत लेने आ गई। सोशल मीडिया पर इस भूतिया मोबाइल नंबर को लेकर जोरशोर से चर्चा की जा रही है।

बताया जा रहा है कि इस मोबाइल नंबर को अब तक जिसने भी इस्तेमाल किया है उसकी मौत हो गई है। यह अबतक की कोई पहली घटना नहीं है बल्कि अब तक तीन बार ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं। इस नंबर को अब तक तीन लोगों ने खरीदा है जिनकी मौत हो गई।

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दरअसल, यह मामला बुल्गारिया का है। सबसे पहले इस नंबर को मोबीटेल कंपनी के सीईओ ने खरीदा था। कंपनी के सीईओ व्लादमीर गेसनोव ने 0888888888 सबसे पहले खुद के लिए जारी करवाया था। इसके बाद साल 2001 में व्लादमीर की मौत कैंसर के कारण हो गई।

ऐसा माना जाता है कि कैंसर से मौत होने की अफवाह उनके दुश्मनों ने फैलाई थी, जबकि मौत की असली वजह कुछ और ही थी। कुछ मीडिया संस्थानों की खबरों के अनुसार बताया गया कि यस मोबाइल नंबर की उनकी जान का दुश्मन बना।

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व्लादमीर के बाद इस मोबाइल नंबर को डिमेत्रोव नाम के एक खुख्यात ड्रग डीलर ने ले लिया, यह नंबर लेने के बाद डिमेत्रोव को वर्ष 2003 में एक असेसन ने मार दिया। डिमेत्रोव को रशियन माफिया ने मार गिराया था। डिमेत्राव का ड्रग कारोबार 500 मिलियन का था।

मौत के समय यह नंबर डिमेत्रोव के पास ही था। डिमेत्रोव की मौत के बाद यह नंबर बुल्गारिया के एक व्यापारी डिसलिव ने खरीदा।

नंबर लेने के बाद डिसलिव को भी वर्ष 2005 में बुल्गारिया की राजधानी सोफिया में मार दिया गया। डिसलिव एक कोकीन ट्रेफिकिंग ऑपरेशन भी चलाता था। तीन मौतें हो जाने के बाद इस नंबर को वर्ष 2005 में सस्पेंड कर दिया गया।

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