नई दिल्ली। केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) के मुख्यालय के अंदर नकारात्मक ऊर्जा खत्म करने के लिए श्री श्री रविशंकर की संस्था आर्ट ऑफ लिविंग तीन दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई है। यह कार्यशाला 10, 11 और 12 नवंबर आयोजित होगी। इसमें तीन दिन तक सीबीआई के 150 अधिकारियों और कर्मचारियों के अंदर सकारात्मक ऊर्जा का संचार कराने का प्रयास किया जाएगा। इस सेशन का आयोजन आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर स्वयं करेंगे।
वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने सीबीआई के इस आयोजन पर तंज कसा है। अपने ट्वीट में भूषण ने लिखा है कि निदेशक पद से आलोक वर्मा को हटाने और दागदार अधिकारी नागेश्वर राव को डायरेक्टर बनाने के बाद सीबीआई श्री श्री के तत्वावधान में एक वर्कशॉप कराने जा रही है। इसका मकसद नकारात्मक ऊर्जा निकाल कर सकारात्मक ऊर्जा भरना है। वो दिन दूर नहीं है कि जब सीबीआई में हम तांत्रिक, ज्योतिष और सपेरे देखे पाएंगे।
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आपको बताते जाए कि प्रशांत भूषण सीबीआई विवाद पर लगातार मोदी सरकार को घेर
रखा है। सीबीआई मुख्यालय में सकारात्मकता ऊर्जा लाने के लिए 10, 11 और 12
नवंबर को एक वर्कशॉप का आयोजन करने का प्रोग्राम है। उल्लेख है कि पिछले
कुछ महीने से सीबीआई में तहलका मचा हुआ है। इस संस्था के इतिहास में पहली
बार रिश्वकांड सबके सामने आया है। घूस देने वाले शख्स ने सार्वजनिक ढंग से
जांच एजेंसी के दूसरे सर्वोच्च अधिकारी पर 3 करोड़ रुपए लेने का आरोप
लगाया है।
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इसके छींटे सीबीआई के निदेशक आलोक वर्मा भी आए और उन पर रिश्वतखोरी का आरोप लगा है। जांच एजेंसी की गिरती साख के मध्यनजर केंद्र सरकार ने दोनों अधिकारियों को छुट्टी पर भेजा और स्वतंत्र जांच की सिफारिश कर दी। यह मामला सुप्रीम कोर्ट में भी जा पहुंचा।
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