आईटीआई में शुरू होेगा मकान निर्माण कारीगर का कोर्स

www.khaskhabar.com | Published : शुक्रवार, 09 नवम्बर 2018, 7:05 PM (IST)

चण्डीगढ़ । हरियाणा के वित्त एवं राजस्व मंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने कहा कि हरियाणा में मकान निर्माण की विभिन्न विधाओं में कारीगर तैयार किए जाएंगें और इसके लिए राज्य की सभी आईटीआई में इस प्रकार के कोर्स शुरू किये जाएंगे जिसमें ईंट-पत्थर, लकड़ी, लोहा-सरिया, पलंबर, टाइल-पत्थर व पेंट करने जैसे सभी कार्यों के हुनरमंद कारीगर तैयार होंगें।

वित्तमंत्री हिसार के गांव बडाला में पांचाल समिति द्वारा आयोजित विश्वकर्मा दिवस समारोह में बतौर मुख्यातिथि ग्रामीण जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने गांव में विश्वकर्मा भवन के निर्माण के लिए 11 लाख रुपये देने की भी घोषणा की। वित्तमंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने ग्रामीणों को दीपावली, गोवर्धन दिवस व विश्वकर्मा जयंती की बधाई देते हुए प्रदेशवासियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

उन्होंने कहा कि 70 साल के आजाद भारत में हमारी परंपरागत कौशल कला व हुनर को विकसित करने की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया गया। हिंदुस्तान में हजारों साल पहले बने विश्व विख्यात मंदिर, दुनिया के सात अजूबों में शामिल ताजमहल, सरदार पटेल की हाल ही में बनी विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा हमारे शिल्पकारों व कारीगरों की कल्पना शक्ति व कला के अद्भुत नमूने हैं। लेकिन देश के ऐसे परंपरागत कौशल को विकसित करने व इनकी विधिवत् शिक्षा की ओर कोई किसी पूर्ववर्ती सरकार ने ध्यान नहीं दिया। हमारी परांपरागत विधाओं को किसी संस्थान में आधुनिक परिप्रेक्ष्य से नहीं पढ़ाया जाता। लेकिन वर्तमान प्रदेश सरकार द्वारा युवाओं के कौशल विकास हेतु पलवल में भगवान विश्वकर्मा कौशल विकास विश्वविद्यालय का निर्माण करवाया जा रहा है जहां हमारे पारंपरिक हुनर को तराशने का कार्य किया जाएगा। सरकार ने निश्चय किया है कि भगवान विश्वकर्मा द्वारा प्रदान किए गए कौशल को खत्म नहीं होने देंगे।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसी कमेरे वर्ग से आते हैं । प्रधानमंत्री कमेरे वर्ग की समस्याओं से भली-भांति परिचित हैं और उन्होंने भगवान विश्वकर्मा का संदेश इस देश में लागू करने का काम किया है। देश का हर युवा किसी न किसी विधा में पारंगत हो, ऐसा प्रयास करने वाले मोदी देश के प्रथम प्रधानमंत्री हैं। वे जानते हैं कि केवल 10वीं, 12वीं या कॉलेज की पढ़ाई युवाओं को पर्याप्त रोजगार नहीं दे सकती है, इसीलिए उन्होंने देशभर में कौशल विकास केंद्रों की स्थापना करवाई है, जहां से अपनी रुचि के अनुरूप हाथ का काम सीखकर युवा रोजगार प्राप्त कर रहे हैं।

वित्तमंत्री ने पांचाल समाज की मांग पर विश्वकर्मा भवन के निर्माण हेतु 11 लाख रुपये देने की घोषणा करते हुए ग्रामीणों से आह्वान किया कि इस भवन के लिए गांव के हर घर, हर जाति और हर धर्म से सहयोग लेकर इसमें सर्वसमाज की हिस्सेदारी की जाए। जब सभी 36 बिरादरी इस भवन के निर्माण में सहयोग करेगी तो इसके प्रति सबके दिलों में अपनेपन की भावना आएगी।

उन्होंने बताया कि गांव के लिए पेयजल परियोजना का शीघ्र निर्माण करवाया जाएगा। अगले 3-4 महीने के भीतर ग्रामीणों को इसका लाभ मिलना शुरू हो जाएगा। इसी प्रकार गांव के लिए 2.5 करोड़ रुपये की सिंचाई परियोजना मंजूर हो चुकी है, इसके लिए धनराशि भी जारी की जा चुकी है लेकिन भाटोल के गतिरोध के चलते यह परियोजना शुरू नहीं हो पा रही है।

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