नई दिल्ली। भारत के उभरते बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन को इस साल विश्व जूनियर चैम्पियनशिप में भारतीय दल का नेतृत्व करते देखा जाएगा। लक्ष्य कनाडा में सोमवार से शुरू हो रहे इस टूर्नामेंट में न केवल एकल वर्ग, बल्कि मिश्रित वर्ग में भी भारतीय चुनौती पेश करेंगे। इस टूर्नामेंट के लिए भारत की 23 सदस्यीय टीम पूरी तरह से तैयार है, जिसकी डोर लक्ष्य के हाथों में है। 14 दिन तक चलने वाले टूर्नामेंट की शुरुआत सोमवार से हो रही है।
इसमें 10 नवम्बर तक टीम स्पर्धाएं आयोजित होंगी। इसके बाद 11 से 18 नवम्बर तक एकल वर्ग की स्पर्धाएं होंगी। पिछले साल चीन ने इस टूर्नामेंट का खिताब अपने नाम किया था। उसे पहली सीड मिली है। इसके बाद इंडोनेशिया को दूसरी, वहीं थाईलैंड और दक्षिण कोरिया को संयुक्त रूप से तीसरी सीड मिली है। भारतीय टीम को पांचवीं सीड मिली है और उसे अल्जीरिया, फारोए आईलैंड, केन्या और श्रीलंका के साथ ग्रुप-ई में रखा गया है।
ऐसे में भारत के पास क्वार्टर फाइनल तक पहुंचने का अच्छा अवसर है और यही उसकी प्राथमिकता भी होगी। कनाडा में होने वाली यह जूनियर विश्व चैम्पियनशिप कई उभरते खिलाडिय़ों के लिए अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने का अच्छा अवसर होता है। भारतीय दल में किरण जॉर्ज, प्रियांशु रजावत, अलाप मिश्रा पुरुष वर्ग में और मालविका बंसोड और गायत्री गोपीचंद महिला वर्ग में प्रतिस्पर्धा करेंगी।
इस टूर्नामेंट के बारे में किशोर खिलाड़ी लक्ष्य ने कहा, मैं जानता हूं कि हम सबके लिए यह जूनियर विश्व चैम्पियनशिप कितना मायने रखती है। मैं सबकी उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करूंगा। मेरे कंधों पर काफी जिम्मेदारियां हैं और ऐसे में पदक पर निशाना साधने का मेरा लक्ष्य है। यह लक्ष्य टीम और एकल स्पर्धाओं दोनों में है।
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जूनियर विश्व चैम्पियनशिप में हिस्सा लेने आईं 41 टीमों को आठ ग्रुप में
विभाजित किया गया है। हर ग्रुप में पांच टीमें शामिल हैं। ऐसे में हर ग्रुप
में शीर्ष टीम को ए-1 और ए-2 में रखा जाएगा। राउंड-रोबिन की प्रणाली से
ग्रुप मैच खेले जाएंगे और बेहतरीन प्रदर्शन करने वाली टीमें नॉकआउट में
पहुंचेंगी। भारतीय बैडमिंटन संघ (बीएआई) के महासचिव अजय सिंघानिया को इस
टूर्नामेंट में भारतीय टीम के अच्छे प्रदर्शन पर विश्वास है।
उन्होंने कहा,
जूनियर टीम ने हाल ही में टीम और एकल दोनों स्पर्धाओं में अच्छा प्रदर्शन
दर्शाया है। मैं आश्वस्त हूं कि भारत के ये किशोर खिलाड़ी इस टूर्नामेंट
में अपने देश के तिरंगे को और भी ऊंचा लहराएंगे। मैं संघ की ओर से सभी को
शुभकामनाएं देता हूं। भारत के लिए 2008 में जूनियर विश्व चैम्पियनशिप में
स्वर्ण पदक जीतने वाली एकमात्र खिलाड़ी सायना नेहवाल रही हैं। कनाडा रवाना
होने से पहले भारतीय टीम ने पंचकुला में 16 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में
हिस्सा लिया था।
भारतीय जूनियर बैडमिंटन टीम
पुरुष वर्ग- लक्ष्य सेन,
किरण जॉर्ज, अलाप मिश्रा, प्रियांशु रजावत, ध्रुव कपिला, जी. कृष्णा
प्रसाद, के. मंजीत सिंह, के. डिंकु सिंह, साई कृष्ण कुमार, पी. विष्णुवर्धन
गौड़, नवनीत बोक्का, अक्षन शेट्टी।
महिला वर्ग- मालविका बंसोद, पी.
गायत्री गोपीचंद, पुर्वे भावे, सहीती बांदी, आर. तनुश्री, अदिति भट्ट,
तनीषा कास्ट्रो, के. अश्विनी भट्ट, सृष्टि जुपाड्डी, राशि लांबे।
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