चेन्नई। मुंबई सिटी एफसी के खिलाफ यहां के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में खेले गए हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) मुकाबले में बेहतर खेल दिखाने के बाद भी मौजूदा चैम्पियन चेन्नइयन एफसी को मुंबई सिटी एफ के खिलाफ 0-1 से हार मिली। लीग के पांचवें सीजन में यह मेजबान टीम की पांचवीं हार है। घर में मेजबान टीम की यह लगातार तीसरी हार है। मौजूदा चैम्पियन टीम का इस साल अब तक जीत का खाता तक नहीं खुल सका है।
उसने अब तक छह मैच खेले हैं। पांच में उसे हार मिली है। एक मैच ड्रॉ रहा। ड्रॉ से हासिल एक अंक के साथ वह 10 टीमों की तालिका में अंतिम स्थान पर है। दूसरी ओर, मुंबई की छह मैचों में यह तीसरी जीत है। 10 अंकों के साथ यह टीम पांचवें स्थान पर पहुंच गई है। एफसी गोवा, जमशेदपुर एफसी और बेंगलुरू एफसी के भी 10-10 अंक हैं लेकिन ये गोल अंतर के लिहाज से मुम्बई से बेहतर स्थिति में हैं और क्रमश: दूसरे, तीसरे तथा चौथे स्थान पर काबिज हैं।
11 अंकों के साथ नॉर्थईस्ट युनाइटेड एफसी पहले स्थान पर है। मोडोउ सोगोउ के शानदार एकल प्रयास के दम पर मुम्बई ने 20वें मिनट में गोल करते हुए 1-0 की बढ़त हासिल की थी। यही स्कोर अंत तक बरकरार रहा लेकिन जहां तक गेंद पर कब्जा बनाए रखने और बेहतर खेल दिखाने का सवाल है तो मेजबान टीम कोसो आगे रही। पहला गोल करने के बाद मुम्बई का बॉल पजेशन प्रतिशत बेहतर हुआ लेकिन फिर भी वह चेन्नई से कम ही रहा।
मैच का एकमात्र गोल काउंटर अटैक के माध्यम से हुआ। रफाएल बास्तोस ने एक अच्छा थ्रू बॉल सोगोउ को दिया, जिसे लेकर वह बाएं किनारे से बॉक्स में घुसे और एक तेज शॉट लिया लेकिन चेन्नई के गोलकीपर करनजीत ने उसे रोक दिया। गेंद उनके हाथों से रीबाउंड होकर दोबारा सोगोउ के पास पहुंची और बिना गलती किए गेंद को पोस्ट में डाल दिया। मुम्बई को पहले हाफ में एकमात्र अच्छा मौका मिला और उसने उसे भुना लिया।
पहला गोल खाने के बाद चेन्नई ने कुछ अच्छे हमले किए। इसी तरह का एक अच्छा हमला 25वें मिनट में हुआ लेकिन लूसियान गोइयान ने उसे समय रहते ब्लॉक कर दिया। 41वें मिनट में आंद्रिया ओर्लाडी कुछ डिफेंडरों को छकाते हुए दाएं किनारे से गेंद लेकर मुम्बई के बॉक्स में घुसे लेकिन सुभाशीष बोस ने अपने बूट के हमले से उन्हें दिया। ओर्लाडी बॉक्स के मुहाने पर गिरे थे, लिहाजा उन्होंने पेनाल्टी का मांग की लेकिन रेफरी ने इसमें कोई रुचि नहीं दिखाई।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
मुम्बई की टीम भाग्यशाली रही कि औसत खेल दिखाने के बावजूद उसने पहले हाफ की
समाप्ति 1-0 की बढ़त के साथ की। अपनी बढ़त को दोगुना करने के लिए मुम्बई
की टीम ने ब्रेक के बाद एक जोरदार हमला बोला। इस हमले के केंद्र में
बास्तोस और सोगोउ थे लेकिन करनजीत ने अच्छा सेव करते हुए उसे बेकार कर
दिया। इसके बाद चेन्नई ने 51वें मिनट में मूव बनाया लेकिन वह बेकार चला
गया। अगला हमला मुम्बई की ओर से हुआ और यह हमला काफी जोरदार था। काउंटर
अटैक पर अर्नाल्ड इसोको और सोगोउ गेंद के साथ बॉक्स में घुसे।
इसोको ने
बॉक्स के मध्य में पहुंचे सोगोउ को सटीक पास दिया। उस समय तक चेन्नई का
सिर्फ एक डिफेंडर वहां पहुंच सका था लेकिन सोगोउ गेंद पर सही तरह से
नियंत्रण नहीं कर सके और उनके हाथ से स्कोर 2-0 करने का एक स्वर्णिम मौका
निकल गया। 62वें मिनट में मेजबान टीम को बराबरी करने का बेहतरीन मौका मिला
लेकिन वह हाथ से निकल गया। अगस्तो ने बाएं किनारे से कार्लोस सालोम को
बॉक्स के अंदर एक सटीक पास दिया। सालोम ने गेंद को पोस्ट की ओर भेजा लेकिन
वह जॉयनर लाउरेंसो से डिफलेक्ट होकर बार से टकराकर लौट गई।
रीबाउंड हुई
गेंद पर थोई सिंह ने शॉट लिया लेकिन अमरिंदर ने उसे रोक लिया। इसके बाद भी
चेन्नई ने कई अच्छे हमले किए। इनमें से अधिकांश की आधार अगस्तो ने बाएं
किनारे से रखी, लेकिन उसे सफलता नहीं मिल सकी। इसी तरह का एक हमला 81वें
मिनट में हुआ, जब स्थानापन्न के तौर पर आए जेजे लालपेखलुवा ने फ्रांसिस्को
फर्नादेस के क्रॉस पर गोल करने का प्रयास किया लेकिन गोइयान ने उन्हें गिरा
दिया। पेनल्टी की मांग की गई लेकिन उसे नकार दिया गया।
ये भी पढ़ें - शनाका ने गेंदबाजी नहीं बल्लेबाजी में किया कमाल, श्रीलंका जीता