आचार संहिता के उल्लंघन को संज्ञान में ले चुनाव आयोग : सचिन पायलट

www.khaskhabar.com | Published : शुक्रवार, 19 अक्टूबर 2018, 6:35 PM (IST)

जयपुर। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट ने भाजपा के प्रतीक चिह्नों के सरकारी योजनाओं में इस्तेमाल किए जाने को आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन बताया है।

पायलट ने कहा कि जिस समय प्रदेश में भामाशाह कार्ड लॉन्च हुआ था, उस समय भी कांग्रेस पार्टी ने आपत्ति दर्ज करवाई थी, क्योंकि सरकारी योजना के कार्ड पर भाजपा का चुनाव चिह्न व झंडे के रंगों का अंकित होना नैतिक रूप से गलत है, परंतु सरकार ने हठधर्मिता अपनाकर इसे जारी रखा।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर आचार संहिता लग चुकी है, परंतु उचित मूल्य की दुकानों के माध्यम से सामान लेने वाले उपभोक्ताओं को जो पर्चियां दी जा रही हैं, उनमें कमल का फूल अंकित है, जो हुबहू भामाशाह कार्ड के लोगो से मिलता-जुलता है। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार लोगों को स्थानीय निकाय द्वारा भूखंडों के जो पट्टे वितरित किए गए हैं, उन पर भी मुख्यमंत्री का चित्र अंकित है, जो आचार संहिता का खुला उल्लंघन है।

उन्होंने कहा कि इसी प्रकार राजधानी की कॉलोनियों में लगे गेटों पर भी स्थानीय प्रतिनिधियों के नाम अंकित हैं और प्रदेशभर में कई सरकारी विभागों व अन्य स्थानों पर भाजपा सरकार के प्रचार के होर्डिंग्स अब तक लगे हुए हैं।


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उन्होंने कहा कि ये सभी तथ्य इस बात के सूचक हैं कि भाजपा सरकार का प्रचार-प्रसार सरकारी योजनाओं के माध्यम से आचार संहिता लागू होने के बावजूद किया जा रहा है, जो चुनाव आयोग के निर्देशों के खिलाफ है।


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उन्होंने चुनाव आयोग से मांग की है कि आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन पर अविलंब रोक लगाने के लिए प्रदेश के प्रशासन को समस्त सरकारी योजनाओं से भाजपा के चुनाव चिह्न से मिलते चिह्नों को तुरंत हटाने के लिए निर्देशित किया जाए, ताकि जनता को प्रभावित करने के भाजपा सरकार के प्रयासों पर लगाम लगाई जा सके।

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