नागपुर-जालंधर में गिफ्तारी से खुली पाक की साजिश, युवाओं को बना रहा निशाना!

www.khaskhabar.com | Published : गुरुवार, 11 अक्टूबर 2018, 9:22 PM (IST)

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश की एटीएस टीम (आतंकवाद निरोधक दस्ता) ने नागपुर के ब्रह्मोस यूनिट में जासूसी के आरोप में निशांत अग्रवाल निशांत अग्रवाल को गुरुवार को लखनऊ की विशेष अदालत में पेश किया गया। अदालत ने उसे 7 दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया है। मंगलवार को नागपुर की एक अदालत ने एटीएस को निशांत की तीन दिन की ट्रांजिट रिमांड दी थी। वहीं दूसरी और निशांत अग्रवाल की गिरफ्तारी और उसके बाद जालंधर के एक छात्रावास से हथियार और विस्फोटकों के साथ तीन कश्मीरी युवकों के पकड़े जाने के बाद आशंका जताई जा रही है कि पाकिस्तान अपने नापाक इरादों को पूरा करने के लिए भारतीय युवकों को निशाना बना सकता है।

पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के निशाने पर देश के अलग-अलग इलाकों में पढऩे वाले कश्मीरी छात्र हो सकते हैं। टाइम्स नाउ की खबर के मुताबिक, यह पाकिस्तान के नापाक मंसूबों का एक छोटा हिस्सा हो सकता है। आशंका है कि भारतीय युवकों को अपने जाल में फंसाने का पाकिस्तान का जाल इससे कहीं और बड़ा हो सकता है।

आशंका इस बात की भी है कि पाकिस्तान समर्थकों की पहुंच विश्वविद्यालयों तक हो गई है और वे निशांत जैसे युवाओं को भारत के खिलाफ काम करने के लिए उनका ब्रेन वाश कर रहे हैं। चिंता इस बात कि है कि निशांत जैसा कोई भी युवा पाकिस्तान के निशाने पर हो सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक भारत को नुकसान पहुंचाने के लिए पाकिस्तान दो रणनीतियों पर काम कर रहा है। वह अपने ‘ऑपरेशन रिसाइकल’ के तहत अपराधियों को शामिल कर रहा है जबकि ‘ऑपरेशन रेडिकलाइज’ के तहत वह युवाओं के दिमाग में जहर भर रहा है।

पाकिस्तान के इन मंसूबों की जानकारी जालंधर से तीन कश्मीरी युवकों की गिरफ्तारी के बाद हुई है। पंजाब पुलिस ने जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ संयुक्त कार्रवाई करते हुए बुधवार को एक टेरर मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया। ये छात्र करीब चार सालों से यहां पढ़ाई कर रहे थे और उनके पास से घातक हथियार और विस्फोटक सामग्री बरामद हुए। संदेह है कि ये तीनों छात्र कश्मीरी आतंकवादी संगठन अंसाल गजवात-उल-हिंद से जुड़े हैं और इनका संपर्क जैश-ए-मोहम्मद से है।
रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तानी की खुफिया एजेंसी इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) भारत के अलग-अलग इलाकों में पढऩे वाले कश्मीरी युवकों की एक सूची तैयार की है।

आईएसआई और उसके सहयोगी इन छात्रों तक अपनी पहुंच बनाने के साथ ही उन्हें दहशतगर्दी का रास्ता अपनाने के लिए उकसा रहे हैं। इसके अलावा समझा जाता है कि आईएसआई अपने यहां जेल में सजा काट रहे कई शातिर अपराधियों के साथ संपर्क में है। वह भारतीय क्षेत्र में जेहादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए उनकी घुसपैठ कराने की फिराक में है। आईएसआई इसके लिए अपराधियों को उनकी आजादी और पैसे का लालच दे रही है।

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