गुजरात में नहीं थम रही उत्तर भारतीयों के खिलाफ हिंसा, पलायन जारी

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 10 अक्टूबर 2018, 10:34 AM (IST)

वडोदरा। मुख्यमंत्री विजय रुपानी के दावे की हवा निकलती नजर आ रही है। जिसमें उसने कहा है कि 48 घंटे में उत्तर भारतीय लोगों पर कोई घटना नहीं घटी है। इस दावों के विपरित उत्तर भारतीय लोगों पर सूरत और वडोदरा में मंगलवार देर शात तक हिंसा के कई मामले सामने आए हैं। मिली जानकारी के अनुसार, मंगलवार को वडोदरा में उत्तर भारतीय लोगों से भरी ट्रेन पर हमला किया गया, ट्रेन की 6 बोगियों में जमकर तोडफोड कर उत्पात मचाया गया। वडोदरा में मामले में 25 लोगों की गिरफ्तार किया जा चुका है। दावा किया गया है कि अहमदाबाद, वडोदरा, हिम्मतनगर, मेहसाणा, आणंद, साणंद और पांचमहाल से करीब 50,000 लोग निकल चुके हैं।

उत्तर भारतीय लोग सूरत, अहमदाबाद सहित कई औद्योगिक क्षेत्रों से लोग अपने गांव की ओर लौट रहे हैं। इस दौरान पुलिस घटनाओं पर रोकथाम करने का प्रयास कर रही है अपद्रवियों को पकड भी रही है। बाकी बचे उत्तर भारतीय लोग शीघ्र अपनी तनख्वाह का पैसा लेकर शीघ्र घर लौटने की तैयारी में जुटे हुए हैं।

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कई इस घटना के बाद कर्मचारियों के लौट जाने के बाद से फैक्ट्रियों पर ताला लग गया है। पूरे राज्य में कुल 68 एफआईआर दर्ज हो गई। अब तक 500 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। जैसे-जैसे गुजरात में ये घटनाएं जैसे-जैसे सामने आ रही है तब से राजनीति तेज हो रही है। भाजपा ने इसके लिए कांग्रेस नेता अल्पेश ठाकोर को जिम्मेदार ठहराया है।

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दूसरी तरफ,  पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने एक हेल्पलाइन नम्बर जारी करते हुए कहा है कि कोई उत्तर भारतीय पर यदि कोई हमला करता है तो उनको फोन करें। यह राज्य में सभी के लिए है। उल्लेख है कि राज्य के साबरकांठा जिले में 28 सितंबर को 14 महीने की एक बच्ची से रेप हुआ था। इस घटना का आरोपी बिहार मजदूर था जो गिरफ्तार किया जा चुका है।

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