नई दिल्ली। भारत में बॉलीवुड
उद्योग से शुरू हुए 'मी टू अभियान' ने अब देश के मीडिया जगत में भी अपनी
दस्तक दे दी है। 'हिंदुस्तान टाइम्स' (एचटी) के ब्यूरो प्रमुख और राजनीतिक
संपादक प्रशांत झा के खिलाफ यौन दुर्व्यवहार की शिकायत आने पर उन्होंने
अपना पद छोड़ दिया है।
मीडिया जगत में पिछले कुछ दिनों में ऐसे आरोपों में कई लोगों के नाम आए हैं
जिनमें कुछ तो बहुत प्रसिद्ध हैं जिनका जिक्र सोशल मीडिया पर हो रहा है।
पत्रकार सिद्धार्थ भाटिया ने एक बयान जारी कर उन पर लगे आरोपों को बकवास
करार दिया। महिला पत्रकारों ने सोशल मीडिया पर उनके साथ न्यूजरूम के अंदर
और बाहर हुईं यौन शोषण की घटनाओं के बारे में लिखा तथा कुछ ने तो मी टू
हैशटैग के साथ व्हाट्सएप पर हुई बातों के स्क्रीनशॉट पोस्ट किए हैं।
'एचटी
मीडिया' के समूह महाधिवक्ता दिनेश मित्तल ने कहा कि एक 'यौन उत्पीड़न
समिति' पूर्व कर्मी द्वारा झा के खिलाफ लगाए गए आरोपों की जांच कर रही है।
मित्तल
ने आईएएनएस को बताया, "निष्पक्ष जांच के लिए यह जरूरी है, जांच पूरी होने
तक उनके (झा) पास कोई प्रशासनिक पद नहीं है। बाहर के एक सदस्य समेत एक 'यौन
उत्पीड़न समिति' उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों की जांच कर रही है।"
आरोप
है कि झा ने पीड़िता को व्हाट्सएप पर अनुचित संदेश भेजे थे। झा के साथ हुई
बातचीत के स्क्रीनशॉट भी ट्विटर पर पोस्ट किए जा चुके हैं।
'द
वायर' के संस्थापक संपादक भाटिया ने अपने बयान में कहा कि आरोप लगाने वाली
दो महिलाओं या उनके साथ घटनाओं के बारे में उन्हें कुछ याद नहीं है।
उन्होंने कहा, "मैं पूरी ताकत से इन आरोपों का खंडन करता हूं।"
ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे