पंजाब रोडज जीआईएस पोर्टल और पंजाब सड़क सेवा मोबाइल एप लांच

www.khaskhabar.com | Published : सोमवार, 08 अक्टूबर 2018, 6:30 PM (IST)

चंडीगढ़ । लोक निर्माण विभाग की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता, जवाबदेही लाने और सूचना तकनीकी के द्वारा क्षमता बढ़ाने के मकसद से कैबिनेट मंत्री विजय इन्दर सिंगला द्वारा सोमवार को यहाँ महात्मा गांधी स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक एडमिनस्ट्रेशन (मैगसीपा) में पंजाब रोडज जी.आई.एस. पोर्टल और पंजाब सडक़ सेवा मोबाईल एप लांच किया गया। इस मौके पर उन्होंने विभाग के गुण कंट्रोल विंग में शामिल की गई मोबाईल टेस्टिंग वैन को भी झंडी दिखा कर रवाना किया।
इस मौके पर जानकारी देते हुए सिंगला ने बताया कि लोक निर्माण विभाग द्वारा एन.आई.सी. की तकनीकी मदद के साथ पंजाब की सभी सडक़ों का जी.आई.एस पोर्टल बनाया है। इसके द्वारा सडक़ संबंधी पूरी जानकारी हासिल की जा सकती है जैसे कि सडक़ राष्ट्रीय मार्ग है या राजमार्ग, लिंक मार्ग, जिला मार्ग है या मंडी बोर्ड की सडक़ है। इसके अलावा सडक़ संबंधी समूची जानकारी जैसे कि सडक़ की लंबाई कितनी है, चौड़ाई कितनी है, सडक़ की मोटाई, बनाने का साल, कितनी राशि ख़र्च हुई और आखिरी बार कब सडक़ की मुरम्मत हुई संबंधी पूरी जानकारी होगी।
उन्होंने कहा कि इस पोर्टल के द्वारा विभाग के कार्यकुशलता में तेज़ी आयेगी क्योंकि विभाग के पास हरेक सडक़ संबंधी डिजिटल डाटा उपलब्ध होगा जिससे सडक़ की मुरम्मत या नयी बनाने संबंधी योजना बनाने और उसे लागू करने में बहुत आसानी होगी। पंजाब मंडी बोर्ड भी इस नवीनतम तकनीकी का भाग बन गया है और राज्य में स्थित समूह मंडियों की जानकारी सांझी की गई है। इसी तरह हम बाकी विभागों से भी आशा कर रहे हैं कि वह अपने विभागों के साथ संबंधी जानकारी इस पोर्टल पर अपलोड करने जैसे कि स्कूलों, अस्पताल आदि जिससे यह पंजाब रोडज जी.आई.एस. पोर्टल से बदल कर पंजाब स्टेट जी.आई.एस. पोर्टल बन सके।
सिंगला ने और जानकारी देते हुए बताया कि इस पोर्टल से पंजाब सडक़ सेवा (पी.एस.एस.) मोबाईल एप को भी जोड़ा गया है। यह एप ऐंडरॉयड आधारित है जो कि प्लेस्टोर पर उपलब्ध है। यह एप लोगों की शिकायत के निवारण के लिए विभाग द्वारा तैयार किया गया है। इस एप को कोई भी व्यक्ति अपने मोबायल फ़ोन पर डाउनलोड कर सकता है, लॉगइन करने के बाद जिस जगह पर भी सडक़ को मुरम्मत की ज़रूरत है उसकी फोटो, जोकि जी.पी.एस ऑन करके खिंची जा सकेगी, को एप पर अपलोड कर सकते हैं। अपलोडिड फोटो जो कि संबंधित जगह का सही सीमांकन करती होगी, संबंधित अधिकारी के पास ज़रुरी कार्यवाही हित चली जायेगी।



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इसके उपरांत सिंगला ने अति आधुनिक स्टेट ऑफ की आर्ट मोबायल टेस्टिंग वैन को भी झंडी देकर रवाना किया। यह वैने इमारतों और पुलों की मौके पर जाकर टेस्टिंग करने के समर्थ है। इसमें इमारत और पुलों के निर्माण में इस्तेमाल की गई सामग्री की तोड-फोड़ किये बगैर सैंपल लेकर मशीनों के द्वारा जांच की जा सकती है और यह पता लगाया जा सकता है कि इस इमारत के निर्माण में इस्तेमाल किऐ गए समान की कितनी मज़बूती है। पंजाब राज्य की इस मोबाईल गुण कंट्रोल लैब जिसको 2.82 करोड़ की लागत से तैयार किया गया है और मोबाईल गुण कंट्रोल लैब राज्य की एक मात्र लैब है।

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