कुरुक्षेत्र की 48 कोस की परिक्रमा में पड़ने वाले तीर्थस्थलों का जीर्णोद्धार होगा

www.khaskhabar.com | Published : शुक्रवार, 28 सितम्बर 2018, 8:49 PM (IST)

चण्डीगढ़। धर्मनगरी कुरुक्षेत्र की 48 कोस की परिक्रमा में पड़ने वाले तीर्थ स्थलों के विकास एवं जीर्णोद्घार में आज उस समय एक नया अध्याय जुड़ गया जब हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने 5 जिलों नामत: कुरुक्षेत्र, करनाल, कैथल, पानीपत व जींद जिलों के महाभारत, रामायण व वामन पुराण में वर्णित 134 तीर्थ स्थलों के प्राचीन, धार्मिक व सांस्कृतिक महत्व के दृष्टिगत इनके जीर्णोद्धार की घोषणा की।

उन्होंने करनाल जिले के 13 तीर्थ स्थलों का एकसाथ दौरा कर इनमें कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के माध्यम से लगभग 18.39 करोड़ रुपये के विकास कार्यों की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने आज करनाल जिले के विमलसर तीर्थ सग्गा से अपने इस दौरे की शुरूआत की। इस अवसर पर लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आज उनके जीवन का ऐतिहासिक दिन है। उन्हें महाभारतकाल से जुड़े तीर्थ स्थलों का दौरा करने का सौभाग्य मिला है। उन्होंने कहा कि जो समाज अपनी सांस्कृतिक धरोहर को संजोए रखता है वह युवा पीढ़ी को अच्छे नैतिक संस्कार देता है। उन्होंने कहा कि हरियाणा का गौरवमयी इतिहास है। धर्मक्षेत्र-कुरुक्षेत्र में महाभारत के समय भगवान श्रीकृष्ण ने युद्ध के समय कर्म का संदेश दिया था जो आज भी प्रासंगिक है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 से हरियाणा सरकार ने गीता महोत्सव को अंतर्राष्ट्रीय पहचान दिलाई है। पिछले वर्ष गीता महोत्सव के दौरान 20 से अधिक देशों के अलावा भारत के कोने-कोने से लगभग 24 लाख लोगों ने ब्रह्मसरोवर की परिक्रमा की। मनोहर लाल ने विमलसर तीर्थ सग्गा, पराशर तीर्थ बहलोलपुर, वेदवती तीर्थ सीतामाई, व्यास स्थली बस्थली, त्रिगुणानंद तीर्थ गुनियाना, मित्रक तीर्थ निसिंग, गौतम ऋषि तीर्थ/गवेन्द्र तीर्थ गोंदर, दक्षेश्वर तीर्थ डाचर, जमदग्नि कुण्ड जलमाना, धनक्षेत्र तीर्थ असंध, दशाश्वमेघ तीर्थ सालवन, कोटि तीर्थ कुरनल तथा पंचदेव तीर्थ पाढा का दौरा किया और बड़ी संख्या में लोगों की उपस्थिति से गद्गद् होकर उन्होंने इस क्षेत्र के लिए विकास कार्यों की कई घोषणाएं भी की।

उन्होंने ग्रामीणों की मांग पर बस्थली खेल स्टेडियम नाम महर्षि व्यास के नाम पर रखने की घोषणा भी की। इसी प्रकार मुख्यमंत्री ने असंध दौरे के दौरान लोगों की मांग पर सालवन गांव को बला तहसील से असंध तहसील में शामिल करने की घोषणा भी की।


मुख्यमंत्री ने कहा कि कुरुक्षेत्र जिले में पड़ने वाले 14 तीर्थ स्थलों के जीर्णोद्धार की घोषणा पहले ही की जा चुकी है। आज करनाल के तीर्थ स्थलों की घोषणा हुई है और शीघ्र ही पानीपत, कैथल व जींद जिलों में पड़ने वाले तीर्थ स्थलों के भी जीर्णोद्धार की घोषणा की जाएगी जिसके लिए शीघ्र ही वे इसी प्रकार का दौरा करेंगे। उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र जिले में श्रद्धालुआें को इन तीर्थ स्थलों का भ्रमण करवाने के लिए 2 बसें चलाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि कुरूक्षेत्र व जींद के बीच दो विशेष बसें चलाई जाएंगी जो दो दिन तीर्थ यात्रियों को 48 कोस की परिधि में पड़ने वाले पांचों जिलों के तीर्थ स्थलों का भ्रमण करवाएंगी, जिसकी शुरूआत आज कुरूक्षेत्र से की गई है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी तीर्थ स्थलों में महिमा पट्ट, शौचालय, महिलाओं के लिए अलग से घाट, भक्तजनों की सुविधा के अनुसार सीढि़यों का निर्माण, सरोवरों में जल निकासी के प्रावधान के साथ-साथ चारदीवारी, पार्किंग व्यवस्था तथा हाईमास्क लाईटें लगवाई जाएंगी।

उन्होंने कहा कि गांव के विकास कार्यों के लिए तो लोग कभी भी उनसे मिल सकते हैं परंतु आज उन्हें खुशी है कि तीर्थ स्थलों के रखरखाव व इनके महत्व को पुनर्जीवित करने के लिए भी लोगों का सामंजस्य देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि करनाल जिले में 48 कोस की परिधि में कुल 22 तीर्थ स्थल पड़ते हैं परंतु 13 तीर्थ स्थलों का एकसाथ दौरा करने का उनका कार्यक्रम तय हुआ था।






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