सचिन पायलट ने प्रदेश की मुख्यमंत्री से पूछा 34वां सवाल... जानें क्या?

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 26 सितम्बर 2018, 6:05 PM (IST)

जयपुर। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट ने प्रदेश की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से बुधवार को 34वां प्रश्न पूछा है कि ‘उच्च शिक्षा के क्षेत्र में शिक्षकों की भारी संख्या में रिक्तियां रहने पर और शिक्षकों के साथ स्थानांतरण में भेदभावपूर्ण नीति अपनाए जाने पर क्या आप गौरव महसूस करती हैं?’
पायलट ने कहा कि प्रदेश के सरकारी महाविद्यालयों में लगभग 3 लाख 80 हजार छात्र अध्ययनरत हैं, जबकि कॉलेज शिक्षकों के 7 हजार स्वीकृत पदों में से 3900 शिक्षक ही कार्यरत हैं और इस प्रकार शिक्षक विद्यार्थी अनुपात 1:100 है, जबकि राष्ट्रीय अनुपात 1:30 है। उन्होंने कहा कि पिछली कांग्रेस सरकार द्वारा विज्ञापित 1200 शैक्षणिक पदों को पांच साल तक खाली रखने के बाद अब भर्ती प्रक्रिया शुरू की गई है, लेकिन इन 1200 पदों के भरने के बाद भी शिक्षक विद्यार्थी अनुपात 1:75 ही रहेगा, इसके लिए भाजपा सरकार की उच्च शिक्षा के प्रति अनदेखी मुख्य कारण है। उन्होंने मुख्यमंत्री से पूछा है कि शेष बचे 1900 पदों को भरने की कार्रवाई क्यों नहीं की गई। उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं इन 3900 शिक्षकों के भेदभावपूर्ण नीति अपनाकर 7 हजार तबादले करके भाजपा सरकार ने उच्च शिक्षक वर्ग को आतंकित करने की कुचेष्टा तक की है।
पायलट ने कहा कि पूरे देश में विख्यात रही राजस्थान यूनिवर्सिटी आज इतनी बुरी स्थिति में है कि प्रोफेसरों के 62 में से 53 पद खाली हैं, जो इस बात का स्व-प्रमाण है कि उच्च शिक्षा को किस तरह भाजपा सरकार बर्बाद कर रही है। उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं प्रदेश के विभिन्न पुराने विश्वविद्यालयों में शैक्षणिक क्षेत्र के 40 प्रतिशत पद रिक्त पड़े हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने पिछले 5 वर्ष में 28 नए कॉलेज खोलने का दावा किया था, परंतु इन सभी कॉलेजों में न तो कोई स्थायी नियुक्ति की गई और न ही पर्याप्त भवन, पानी और बिजली की व्यवस्था की गई, जिसकी वजह से ये घोषणाएं कागजी बन कर रह गई हैं। उन्होंने कहा कि बृज यूनिवर्सिटी भरतपुर, राज ऋषि भृर्तहरि यूनिवर्सिटी अलवर और पंडित दीनदयाल उपाध्याय शेखावाटी यूनिवर्सिटी सीकर में एक भी स्थायी शिक्षक नहीं हैं, क्या स्थायी शिक्षक विहीन विश्वविद्यालयों से प्रदेश के छात्र कुछ हासिल कर सकते हैं।


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उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा कॉलेजों और यूनिवर्सिटी के विभिन्न शुल्कों में डेढ़ से दोगुना बढ़ोतरी की गई है। शिक्षक भर्ती में राज्यपाल को भ्रष्टाचार की कई शिकायतें समय-समय पर मिलीं, जिन पर उनके द्वारा संज्ञान लिए जाने पर भी सरकार द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई।


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पायलट ने मुख्यमंत्री से पूछा है कि उच्च शिक्षा के ढांचे को जर्जर बनाकर क्या वे गौरव महसूस करती हैं।

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