शिमला।
उड़ीसा में आए चक्रवाती तूफान ने आधे भारत के मौसम में बदलाव आ गया है।
देश के कई राज्यों में बारिश के चलते तापमान में गिरावट दर्ज की गई। वहीं
हिमाचल में बारिश और बर्फबारी ने तबाही मचा दी है।
भारी बारिश से बाढ़ जैसै
हालात हो गए और जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। उधर मनाली में भारी
बारिश से ब्यास नदी उफान पर है।
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से बाढ़ जैसे
हालात पैदा हो गए हैं। राज्य के कई इलाकों में लगातार भारी बारिश हो रही
है। पानी में बह जाने से कांगड़ा और कुल्लू में 2 की मौत हो गई है।
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कुल्लू जिले के लिए हाई अलर्ट जारी किया है। मंडी के जिला कलेक्टर, आर
ठाकुर ने कहा, ‘नदियों में जल स्तर बढ़ गया है। हम लगातार स्थिति की
निगरानी कर रहे हैं। आज भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। हमने लोगों
से अपील की है कि वे नदियों के नजदीक न जाएं।’
किन्नौर जिले में भूस्खलन के
कारण वांगू और तापी में रोड ब्लॉक हो गया है। यहां बहाली का काम चल रहा
है। वहीं मंडी में भारी और लगातार बारिश के बाद सडक़ों पर पानी भर गया है।
इस बीच भारतीय वायु सेना ने दो लोगों को बचाया जो भारी बारिश के बाद कुल्लू
जिले के नागवेन एनएचपीसी कॉलोनी के पास फंसे हुए थे।
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मनाली में पानी में एक कार बह गई, जिसमें 5 लोग थे। सभी गायब हैं। व्यास
में अचानक आई बाढ़ के कारण कई घर भी बह गए। व्यास नदी खतरनाक स्तर पर बह
रही है। इस बीच, राज्य के ज्यादातर जिलों में एहतियाती उपाय के तौर पर
सोमवार को स्कूल बंद कर दिए गए थे।
कांगड़ा, चंबा, कुल्लू और मंडी जिलों
सहित अन्य स्थानों पर निचले इलाकों में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों
पर पहुंचाया जा रहा है।
उनसे सतर्क रहने को भी कहा जा रहा है, क्योंकि
नदियों और नालों में जल स्तर बढ़ रहा है। लगातार हो रही बारिश के बीच मौसम
विभाग का कहना है कि राज्य के मध्य और पश्चिमी जिलों में भारी बारिश की
उम्मीद है। कुल्लू, लाहौल-स्पीति और किन्नौर के ऊंचे स्थानों पर बर्फबारी
होने की उम्मीद है।
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