रायपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र
मोदी ने शनिवार को छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चाम्पा पहुंचे। उन्होंने कांग्रेस
की दशकों पुरानी केंद्र सरकार को याद करते हुए और राजीव गांधी का नाम लिए
बगैर कहा कि कांग्रेस के पुराने प्रधानमंत्री कहते थे, हम 1 रुपया भेजते
हैं तो लोगों तक 15 पैसा पहुंचता है।
कौन-सा वो पंजा था, जो 1 रुपये को 15
पैसा कर देता था? आज व्यवस्थाएं बदल गई हैं, अब पूरे 100 पैसे का काम होता
है। यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आज भी देश के कई
हिस्सों में लोग 18वीं सदी की जिंदगी जीने को मजबूर हैं।
बिजली नहीं है,
पानी नहीं है। अगर 21वीं सदी में भी लोगों को 18वीं सदी की तरह जीना पड़े,
तो इसके लिए देश की पुरानी सरकारें ही जिम्मेदार हैं। मोदी ने कहा
कि आज लोगों की सोच बदल गई है। पहले लोग दिल्ली जाकर ज्ञापन देते थे, तो
कच्ची सड़क की मांग करते थे, लेकिन अब वे सिंगल लाइन और डबल लाइन सड़क की
मांग करते हैं।
पहले अमीर-गरीब में काफी फासला था, अब कोई अंतर नहीं...
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पहले अमीर-गरीब में काफी फासला था, अब कोई अंतर नहीं...
उन्होंने कहा, "पहले सिर्फ बड़े लोगों का काम होता
था। अमीर-गरीब में काफी फासला था। पहले होता था कि गांव का प्रधान तय करेगा
कि किसके घर में शौचालय बनेगा, लेकिन मैंने व्यवस्थाएं बदली हैं। अब अगर
गांव में शौचालय बनेगा, तो हर घर में बनेगा।
गैस कनेक्शन बंटेगा तो सब के
घर में बंटेगा। अब कोई अंतर नहीं है।" प्रधानमंत्री ने कहा कि
छत्तीसगढ़ को समस्याओं से मुक्त कर इसे देश के प्रमुख राज्यों की श्रेणी
में लाना है। मुख्यमंत्री रमन सिंह ने छत्तीसगढ़ के युवाओं को मजबूत बनाने
के लिए काम किया है।
हमारी नीतियां स्पष्ट हैं और
नीयत साफ....
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हमारी नीतियां स्पष्ट हैं और
नीयत साफ....
उन्होंने कहा, "हमारी नीतियां स्पष्ट हैं और
नीयत साफ है। दिल्ली हो या अटलनगर हो। एक ही मकसद है, सामान्य मानव के जीवन
में बदलाव आए। हम एक नया और आधुनिक छत्तीसगढ़ बनाना चाहते हैं। हम सबका
साथ सबका विकास के मिशन की ओर बढ़ रहे हैं।"
प्रधानमंत्री ने सूबे
के मुखिया डॉ. रमन सिंह की जमकर तारीफ की। उन्होंने ने कहा कि रमन सिंह की
सोच काफी बड़ी है, दूसरा नेता होता, तो सिर्फ वोटों से झोली भरने में जुटा
रहता, लेकिन रमन की सोच ऐसी नहीं है। वह सोचते हैं कि छत्तीसगढ़ का विकास
कैसे हो, छत्तीसगढ़ के लोगों का जीवन स्तर कैसे बेहतर हो।
मोदी ने
कहा, "आपके चाउरवाले बाबा हैं। दूसरा कोई होता तो चावल देता रहता, ताकि
वोटों से झोली भरते रहे। नमक बांटता रहता, चप्पल बांटते रहता, लेकिन यहां
के मुख्यमंत्री की सोच विकास की है, विकास की कोई सीमा नहीं है।"
राज्य को दी 3840 करोड़ रुपये की सौगात ...
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प्रधानमंत्री
ने कहा, "पहले किसानों को यूरिया नहीं मिला करता था। किसान यूरिया लेने
जाते थे, लाठी खाकर आते थे, मैं खुद गुजरात का मुख्यमंत्री था, वर्षों तक
भारत सरकार को दो बार चिट्ठी भेजता था, किसानों को यूरिया नहीं मिलता था,
क्योंकि यूरिया की चोरी हो जाती थी, लेकिन अब ऐसा नहीं होता है।" मोदी
ने कहा कि मुख्यमंत्री रमन सिंह के नेतृत्व में जो भी काम होता है, अब
भारत सरकार उसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लेता है, क्योंकि पता है कि उसकी
पाई-पाई का इस्तेमाल छत्तीसगढ़ के विकास में होगा।
इससे पहले,
जांजगीर के किसानों ने प्रधानमंत्री मोदी को केले के रेशे व अलसी से बुना
शॉल भेंट किया। मोदी लगभग साढ़े तीन साल में छठी बार छत्तीसगढ़ आए। वहीं,
मुख्यमंत्री ने कहा, "परेशान छत्तीसगढ़ को आर्थिक आजादी प्रधानमंत्री मोदी
ने दी। आर्थिक अनुदान 42 प्रतिशत कराया, पीएम मोदी के नेतृत्व में हमने
सड़कों का जाल बिछाया।"
ओडिशा से जांजगीर पहुंचे मोदी का छत्तीसगढ़
के मुख्यमंत्री रमन सिंह, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी सहित अन्य मंत्री व
भाजपा के आला नेताओं ने स्वागत किया। प्रधानमंत्री ने छत्तीसगढ़ के दौरे पर
जांजगीर चांपा जिले में राज्य को 3840 करोड़ रुपये की सौगात दी।
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