राफेल डील : ओलांद के दावे को फ्रांस सरकार ने खारिज कर दी ये प्रतिक्रिया

www.khaskhabar.com | Published : शनिवार, 22 सितम्बर 2018, 7:32 PM (IST)

नई दिल्ली। राफेल डील पर मचे सियासी घमासान के बीच फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के दावे पर फ्रांस की सरकार और कंपनी दैसॉ की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। फ्रांस सरकार और कंपनी ने ओलांद के दावे को खारिज कर दिया है।

दरअसल, फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने शुक्रवार को दावा किया था कि राफेल करार में डसॉल्ट एविएशन के लिए साझेदार के तौर पर रिलायंस डिफेंस का नाम भारत सरकार की ओर से प्रस्तावित किया गया था। रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि पूर्व फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के बयान के संबंध में मीडिया खबर को लेकर अनावश्यक विवाद खड़ा किया जा रहा है।

मंत्रालय ने कहा, ‘सरकार ने पहले भी कहा है और एक बार फिर दोहराया जा रहा है कि ऑफसेट साझेदार के तौर पर रिलायंस डिफेंस के चयन में उसकी कोई भूमिका नहीं है।’ मंत्रालय ने कहा, ‘रिपोर्ट किए गए बयान को पूर्ण संदर्भ में देखा जाना चाहिए-जहां फ्रांसीसी मीडिया ने पूर्व राष्ट्रपति के करीबी व्यक्तियों के हितों के टकराव के मुद्दों को उठाया है।’

फ्रांस्वा ओलांद के बयान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि पीएम मोदी इस मामले में सफाई दें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री चुप क्यों है, यह रक्षा बलों से संबंधित मामला है, यह भ्रष्टाचार से जुड़ा एक मामला है। राहुल ने कहा, ‘संयुक्त संसदीय समिति से जांच होनी चाहिए, पूर्व फ्रांसीसी राष्ट्रपति ओलांद को भी बुलाया जाना चाहिए।’

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘यह साबित हो गया है कि अनिल अंबानी की जेब में 30 हजार करोड़ रुपए डालने के लिए 526 करोड़ रुपए का विमान 1600 करोड़ रुपए में खरीदा गया। सच्चाई है कि एक के बाद एक झूठ बोला जा रहा है। पर्रिकर जी, सीतारमण जी और जेटली जी ने राफेल के कांट्रैक्ट पर हस्ताक्षर नहीं किया। मोदी जी ने यह हस्ताक्षर किया है।’

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