मुजफ्फरपुर। बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल (युनाइटेड) ने बुधवार को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और पार्टी से निलंबित सांसद तथा जन अधिकार पार्टी के प्रमुख पप्पू यादव के रिश्ते के बहाने पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर निशाना साधा। जद (यू) ने पूछा कि अगर पप्पू यादव राजद की नीतियों के खिलाफ हैं तो राजद ने उनकी सदस्यता समाप्त करने के लिए लोकसभा अध्यक्ष के समक्ष अब तक आवेदन दाखिल क्यों नहीं किया। जद (यू) के प्रवक्ता और विधान पार्षद नीरज कुमार ने बुधवार ने राज्य में अपराध की घटनाओं को लेकर विपक्ष द्वारा लगाए गए आरोपों की आलोचना की।
नीरज ने मुजफ्फरपुर जिला और तिरहुत प्रमंडल सहित बिहार में राजद शासनकाल (1990-2005) एवं नीतीश कुमार के शासनकाल (2006-जून 2018) के अपराध की घटनाओं का तुलनात्मक अंाकड़ा पेश किया और विपक्ष को इन आंकड़ों के अवलोकन की सलाह देते हुए अपराध पर बहस की चुनौती दी। जद (यू) नेता ने बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव से पूछा कि उनके दल के निलंबित सांसद पप्पू यादव और राजद के बीच का ये रिश्ता क्या कहलाता है?
उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव 2014 के शपथपत्र में पप्पू यादव ने खुद पर 24 आपराधिक मुकदमे पर न्यायालय द्वारा संज्ञान लिए जाने के बारे में उल्लेख किया है, इसके बावजूद सजायाफ्ता लालू प्रसाद ने पप्पू यादव को दल में शामिल कर टिकट दिया। तेजस्वी ने कुछ दिनों पहले पप्पू को इशारों ही इशारों में भाजपा का एजेंट बताया था।
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